शनिवार को केंद्र सरकार के खिलाफ राजभवन कूच के दौरान सीएम हरीश रावत को व्हीलचेयर पर देखकर सब चौंक गए।
दरअसल सीएम रावत के अपने नाखून से ही उनके पैर में घाव हो गया। जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें कुछ दिन पूरी तरह आराम करने की सलाह दी है।
लेकिन जैसे ही शीर्ष नेतृत्व के समर्थन में कांग्रेसियों ने जुलूस निकाला तो सीएम व्हीलचेयर पर बैठकर ही पहुंच गए।
उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं पर इस तरह की कार्रवाई से कब्र में जाता कांग्रेसी भी उठकर खड़ा हो जाएगा, मैं तो केवल घायल हूं।
पिछले तीन-चार दिनों से पैर के दर्द से जूझ रहे मुख्यमंत्री हरीश रावत शुक्रवार देर रात दून अस्पताल पहुंचे। बिना फ्लीट और एस्कॉर्ट के पहुंचे मुख्यमंत्री को देखकर एक बार के लिए तो अस्पताल के डाक्टर और स्टाफ हक्के-बक्के रह गए।
सीएम ने उन्हें पैर के दर्द की समस्या के बारे में बताया। अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. डीएस रावत ने बताया कि डा. राजीव टम्टा और डा. डीपी तिवारी ने घाव को साफ करने के बाद पट्टी कर दी। (रैली के बाद सीएम की गाड़ी में व्हीलचेयर रखने के लिए ले जाता कार्यकर्ता)
डॉक्टर ने बताया कि नाखून बढ़ने के चलते सीएम के पैर में घाव हो गया था।
डॉ. डीपी तिवारी मुख्यमंत्री के रेगुलर सर्जन भी हैं, इसलिए उन्हें पहले से घाव के संबंध में जानकारी थी, जिसके चलते तुरंत सीएम का उपचार हो गया।