शनि देवता को तेल चढ़ाने से पहले इस एक बात का अवश्य रखें ध्यान, वरना आपको कर देंगे बर्बाद
सूर्य पुत्र शनि देव जी का जिसके कुंडली मे अशुभ प्रभाव होता है उसकी जीवन संघर्ष पूर्ण होता है। इसका उपाय शनि देव की आराधना करना तथा प्रत्येक शनिवार को तेल चढ़ाना बहुत सुबह माना जाता है। यह उपाय सभी राशि वालो को करना चाहिए, ऐसा करने से शनि देव की कृपा होती है, उन्हें साढ़ेसाती और ढय्या में उन्हें शनि देव की कृपा मिलती है। आपको यहाँ पर एक और बात बताते चलें की यदि आप भी शनि देव की तेल चढाते हैं तो उस दौरान कुछ बातों या विधि का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कुछ विशेष विधि का प्रयोग करके शनि देव को जल्द प्रसन्न किया जा सकता है तथा उनकी असीम अनुकंपा प्राप्त हो सकती है। तो चलिये जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें जिनका शनि देवता को तेल चढ़ाते वक़्त रखना चाहिए ध्यान, अन्यथा बरबादी तय है।
पहली बात
शनिदेव को लोहे के बर्तन अति प्रिय है तथा उन्हें लोहे के बर्तन में तेल चढ़ाने से अति शीघ्र प्रसन्न होते है। जीवन मे संघर्ष की कमी होती है। तथा उनकी कृपा बनी रहती है। मान्यता के अनुसार यह शुभ माना जाता है।
दूसरी बात
शनिदेव की आराधना करने से पहले स्नान करना चाहिए तथा पूर्ण रूप से पवित्र होना आवश्यक है। शनिदेव को तेल चढ़ाने के लिए घर से शुद्ध तेल को मंदिर लेजाकर शानिदेव को अर्पित करे, जिससे शनिदेव प्रसन्न होंगे साथ ही साथ आपके कई सारे अटके हुए कार्य आदि भी सम्पन्न होने लगेंगे।
तीसरी बात
आपको यह भी बता दें की शनिदेव की आराधना करने से पहले दर्पण में अपने मुख को देख लेना चाहिए तथा उसके बाद शनिदेव को तेल चढ़ाया जाना चाहिए। यह बहुत शुभ होता है, इससे कई दोषो का निवारण होता है। ऐसा करने से एक तो आपका शनि दोष समाप्त होता है और दूसरा भगवान शनि की कृपा भी आप पर बनी रहती है जिसकी वजह से आपके बिगड़े हुए कार्य आदि पूरे होने लगते हैं।
चौथी बात
शनि देव को तेल का चढ़ावा बहुत ही प्रिय है। ऐसे में यदि आप शनि देव को तेल चढ़ाते है तो आप एक बात पर जरूर गौर करें कि शनि देव को तेल चढाने के दौरान शनिदेव के पैरों के दर्शन जरूर करें। यदि आप भगवान के पैरों के दर्शन करते हुए तेल अर्पित करते है, तो यह आपके और आपके परिवार के लिए बहुत ही शुभ है व शनि देव की हमेशा कृपा दृष्टि बानी रहती है।
पांचवीं बात
बताते चलें की शनिदेव को जहाँ सभी उनके भक्त तेल का अर्पण करते है, वहीं शनि महराज को वो भक्त भी बहुत प्रिय होते है, जो तेल का चढ़ावा चढाने के साथ ही साथ अपनी इच्छा अनुसार धन का दान भी देते है। ऐसे में यदि आप भी दान-दक्षिणा आदि देने का मन बना रहे है, तो आप दान शनि मंदिर में या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को कर सकते हैं।