17वीं लोकसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। इसके पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित नवनिर्वाचित सदस्यों ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चौथी बार लोकसभा में सदस्यता की शपथ ली है। सोमवार को राहुल शपथ लेने के बाद रजिस्टर पर हस्ताक्षर करना भूल गए और अपनी सीट पर जाने लगे। तभी कुछ अधिकारियों और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य सांसदों ने उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए संकेत दिया। जिसके बाद राहुल वापस लौटे और हस्ताक्षर किए।
राहुल केरल की वायनाड सीट से सांसद चुने गए हैं। उन्होंने अपने परिवार के गढ़ माने जाने वाले उत्तर प्रदेश के अमेठी से भी चुनाव लड़ा था। यहां वो भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से करीब 55 हजार से भी अधिक मतों से हार गए थे। राहुल गांधी ने अंग्रेजी में शपथ ली। वह लंच टाइम के बाद सदन में आए थे। हस्ताक्षर करने के बाद वह वापस अपनी जगह पर जाकर बैठ गए।
शपथ लेने से पहले उन्होंने ट्वीट भी किया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लोकसभा के सदस्य के तौर पर मेरा आज से कार्यकाल शुरू हो रहा है। मैं केरल के वायनाड का प्रतिनविधित्व करते हुए शपथ लेकर संसद में नई पारी की शुरुआत करूंगा। मैं ये विश्वास दिलाता हूं कि मैं भारत के संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा और विश्वास रखूंगा।”
राहुल अपनी मां और रायबरेली से पुन: निर्वाचित हुईं सोनिया गांधी के साथ बैठे हुए थे।