शराब के शक में रोकी गाड़ी, तो AK 47 के साथ मिलीं 1200 गोलियां
कस्टम विभाग की टीम ने शराब की तस्करी के शक में एक सफारी गाड़ी को पकड़ा तो उसमें से हथियारों को जखीरा निकला. ये संभावना जताई जा रही है कि इन हथियारों का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव से पहले हिंसक वारदातों को अंजाम देने के लिए किया जाना था.
बिहार के पूर्णिया में कस्टम विभाग की टीम ने शराब के शक में एक सफारी गाड़ी को पकड़ा. गाड़ी की चैकिंग की गई तो कस्टम विभाग के पुलिसकर्मी हैरान रह गए. गाड़ी में शराब तो नहीं मिली बल्कि उससे कई गुना ज्यादा खतरनाक चीज मिली.
सफारी गाड़ी के अंदर हथियार छिपा कर रखे हुए थे. हथियार भी कोई छोटे-मोटे नहीं थे बल्कि एक Ak 47 और दो UBGL गन थी. AK 47 गन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में होता है.
AK 47 और दो UBGL गन के साथ 1200 जिंदा कारतूस भी बरामद किए है. इन हथियारों और भारी मात्रा में गोलियों के पकड़े जाने से एक बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले रोक दिया गया. ये सभी हथियार विदेशी थे.
इस बारे में पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि ये सभी हथियार म्यांमार के बने हुए हैं. इसकी सप्लाई पटना में मुकेश को करनी थी लेकिन उससे पहले ही दालकोला चेकपोस्ट पर सूरज, वीआर कहोरगम और क्लियरसन काऊ की पूर्णिया से गिरफ्तारी हुई जिन्होंने गाड़ी में हथियारों की बात कबूल की.
हथियारों के साथ आरोपियों को 7 फरवरी को पकड़ लिया गया था लेकिन उनसे पूछताछ नहीं हो पाई थी. पूछताछ और सारे सबूतों को जानने के बाद ये मामला 10 फरवरी को शाम को मीडिया के सामने आया जब पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिलसिलेवार हर सवाल का जवाब दिया.