हुक्का बार में ज्यादा नशा करने से ज्योति की तबीयत बिगड़ी तो उसके दोस्त उसे हॉस्टल के गेट पर छोड़कर भाग गए। गंभीर अवस्था में छात्रा को रविवार करीब पौने आठ बजे दून अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात तक छात्रा की हालत स्थिर थी।
बताया जा रहा है कि कॉलेज की दो और छात्राएं भी ज्योति के साथ थीं। उनकी हालत बिगड़ने पर परिजनों को हुक्का बार पहुंचना पड़ा। उनके परिजन अपनी बेटियों को तो साथ ले गए, लेकिन हॉस्टल में रहने वाली लड़की को छोड़ गए।
इसके बाद बार में मौजूद छात्रा के अन्य साथियों ने उसे हॉस्टल के गेट पर छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि छात्रा के बाहर जाने की सूचना हॉस्टल वार्डन को नहीं थी।
हुक्का बार में तीनों छात्राओं ने दोस्तों के साथ ऐसे पदार्थ का सेवन किया, जिससे अचानक तीनों की हालत बिगड़ गई। दो छात्राओं को तो उनके परिजन मौके से घर ले गए, लेकिन एक छात्रा के परिजन नहीं होने की वजह से उसके साथी शाम को करीब 7:45 बजे उसे हॉस्टल के गेट पर छोड़कर भाग गए।
इसकी भनक जैसे ही कॉलेज प्रशासन को लगी तो उनके हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में छात्रा को दून हॉस्पिटल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। मौके पर मौजूद चिकित्सक ने जहरीले पदार्थ की पुष्टि करते हुए उपचार शुरू कर दिया। देर रात तक कॉलेज प्रशासन, छात्रा के परिजन मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गंभीर है यह मामला
छात्राओं का बिना बताए हुक्का बार में जाना और फिर अचानक तबीयत बिगड़ना गंभीर मामला है। हालांकि बड़ी अनहोनी होने से बच गई, लेकिन जिस तेजी से दून में हुक्का बार की संस्कृति बढ़ रही है उससे एजूकेशन हब की छवि पर बट्टा लग रहा है।
कॉलेज भी दोषी
एक छात्रा हॉस्टल से बिना बताए गायब हो गई। डेढ़ बजे से शाम के आठ बजे तक छात्रा नहीं लौटी। बावजूद इसके कॉलेज प्रशासन ने छात्रा की सुध नहीं ली। ऐसे में कॉलेज प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है। चिंताजनक बात यह भी है कि इस कॉलेज के हॉस्टल में बड़ी संख्या में छात्राएं रहती हैं।