शशि थरूर ने प्रियंका वाड्रा को लेकर कही बड़ी बात…
लगातार दो लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस चमत्कारिक नेता की तलाश में जुटी है. कांग्रेस के वरिष्ठ शशि थरूर ने अपने ताजा बयान में पार्टी की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाली समिति कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) को ही भंग करने की मांग की है. थरूर ने स्वीकार किया है कि सीडब्ल्यूसी के सदस्यों की ओर से लिए जा रहे फैसले पार्टी के लिए हितकर साबित नहीं हो रहे हैं. ऐसे में इसे पूरी तरह भंग करके इसमें युवा और तेज-तर्रार चेहरों को जगह मिलनी चाहिए.
प्रियंका गांधी वाड्रा को अध्यक्ष बनाने की मांग
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद शशि थरूर ने प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka gandhi vadra) को नया अध्यक्ष बनाने की मांग की है. थरूर ने कहा कि पार्टी को नया और लोकप्रिय चेहरे की जरूरत है, ताकि कार्यकर्ताओं में उत्साह आए. इस मामले में प्रियंका गांधी फिट बैठती हैं. यहां आपको बता दें कि बीजेपी लगातार कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाती रही है. प्रियंका अगर कांग्रेस अध्यक्ष बनती हैं तो बीजेपी इस मुद्दे पर और भी आक्रामक हो सकती है. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात कही है.
राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा, हरीश रावत जैसे बड़े नेताओं ने भी पार्टी में अपना पद छोड़ दिया है. अनिश्चितताओं के दौर से गुजर रही पार्टी को लेकर शशि थरूर ने कहा है कि इस वक्त ‘स्पष्टता की कमी’ है. इसका सीधा नुकसान पार्टी और कार्यकर्ताओं को हो रहा है.
थरूर ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष किसी युवा को बनाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कांग्रेस (Congress) में सुधार का रास्ता भी बताया. कहा कि कार्य समिति सहित (CWC) सहित पार्टी में सभी महत्वपूर्ण पदों के लिए चुनाव हों, जिससे इनमें चुने जाने वाले नेताओं को स्वीकार्यकता हासिल करने में मदद मिलेगी.
शशि थरूर ने कहा कि उम्मीद है कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka gandhi vadra) भी भाग्य आजमाएंगी. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उनके चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने का फैसला गांधी परिवार मिलकर लेगा.
केरल के तिरुवनंतपुरम सीट से लगातार दूसरी बार संसद पहुंचे थरूर ने कहा कि कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर स्पष्टता की कमी है, जिसका सीधा नुकसान कार्यकर्ताओं और समर्थको को हो रहा है. कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि कोई युवा आए और कमान संभालकर पार्टी को आगे की ओर ले जाए.