उत्तर प्रदेशलखनऊ
शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे सीएम आवास
सीएम योगी ने मृतक इंस्पेक्टर की पत्नी को यूपी सरकार की तरफ से 40 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया। इसके साथ उनके माता-पिता तो 10 लाख रुपए और किसी एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
- सीएम ने बेटों से भी बात की और परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
- सीएम योगी पहले ही 50 लाख रुपये मुआवजे और एक व्यक्ति को नौकरी का ऐलान कर चुके हैं।
लखनऊ: बुलंदशहर हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजन गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने सीएम आवास पहुंचे। मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद थे। इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी ने सीएम योगी से अपना दर्द बयां किया। सीएम ने इंस्पेक्टर के बेटे श्रेय और अभिषेक से भी बात की और परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। बता दें कि सीएम योगी ने मृतक इंस्पेक्टर की पत्नी को यूपी सरकार की तरफ से 40 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया। इसके साथ उनके माता-पिता तो 10 लाख रुपए और किसी एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। शहीद इंस्पेक्टर के बेटे अभिषेक का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद है।
बुलंदशहर हिंसा की अपडेटः-
- कथित गोकशी मामले में दर्ज प्राथमिकी में उल्लेखित नामों को लेकर नाराज ग्रामीणों ने बुधवार को कहा कि प्राथमिकी में नया बांस के सात लोगों के नाम दर्ज हैं और इन सात में से दो बच्चे हैं जबकि एक गांव में नहीं रहता वहीं चौथा व्यक्ति 40 किलोमीटर दूर मुस्लिम कार्यक्रम (इज्तिमा) में था।
- यह प्राथमिकी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज की शिकायत पर आधारित है। योगेश राज सोमवार को हुयी भीड़ की हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी है। राज सोमवार से ही फरार है।
- पुलिस दो प्राथमिकियों के आधार पर हिंसा की जांच कर रही है जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक युवक सुमित कुमार की गोलियां लगने से मौत हो गयी थी। एक प्राथमिकी कथित गोकशी को लेकर है वहीं दूसरी प्राथमिकी हिंसा से जुड़ी है।
- गांव में तनाव चरम पर है और ग्रामीणों ने प्राथमिकी में शामिल दो अन्य नामों पर भी आपत्ति जतायी है। उन्होंने कहा कि एक गांव में नहीं रहता और दूसरा यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर इज्तिमा में काम कर रहा था।
- नगर पुलिस अधीक्षक प्रवीण रंजन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि यह जांच-पड़ताल और सत्यापन का विषय है कि प्राथमिकी में दर्ज नाम सही हैं या गलत। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा भड़कने के करीब दो घंटे बाद सोमवार को राज की शिकायत पर दोपहर एक बजे कथित गोकशी की शिकायत दर्ज की गयी।
- बुलंदशहर हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज फिलहाल पकड़ में नहीं आया है। वो फरार होकर अभी भी वीडियो जारी कर रहा है।