कश्मीर: हाल में अनंतनाग में आतंकी हमले में शहीद हुए एएसआई अब्दुल राशिद की मासूम बेटी की आँखों में जब पिता का साया उठ जाने का दर्द देखा तो हर कोई निस्तब्ध रहा गया. आम जन के साथ साथ पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान भी इस भावुक पल में अपने आंसू नहीं रोक पाए. ऐसे में एएसआई अब्दुल राशिद की बेटी ज़ोहरा की आँखों में आंसू देखकर डीआईजी ने जोहरा को एक पत्र लिखा जिसमे उन्होंने अपनी भावुकता बयान की है. मासूम बेटी जोहरा को लिखा गया यह खत इन दिनों सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमे DIG ने शहीद की बेटी जोहरा को आश्वासन दिया.
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प्रिय ज़ोहरा,
तुम्हारे आंसू देखकर मेरे दिल में भी उतनी ही तकलीफ है, तुम्हारे पिता की शहादत को भुला नहीं जा सकता है. ये समझने के लिए तुम अभी बहुत छोटी हो कि ऐसा क्यों हुआ. किन्तु वे लोग जो देश और समाज के कानून तोड़ते और हिंसा फैलाते हैं, ऐसे लोग कभी भी देश की भलाई के बारे में नहीं सोच सकते हैं. हम सभी की तरह ही तुम्हारे पिता भी जम्मू कश्मीर पुलिस फोर्स से थे, जहा पर लड़ते हुए उन्होंने बहादुरी और कुर्बानी की मिसाल कायम की है. हम पुलिसवालों के ऐसे कई परिवार हैं जिन्हें समाज की भलाई के लिए कितनी ही ऐसी तकलीफें झेलनी पड़ीं. उनके दर्द की, तकलीफों की भरपाई कभी नहीं हो सकती है. वे तमाम चेहरे और कहानियां एक मिसाल हैं. यह एक ऐसा इतिहास हैं, जिन पर हमें गर्व है. हम उन लोगों को कैसे भूल सकते हैं, जिनके साथ एक साथ काम करते हुए हमने इतने साल साथ बिताए. जम्मू कश्मीर पुलिस ने समाज की भलाई के लिए जो कदम उठाए और जो मुश्किल सफर तय किया, वे सारे परिवार, उनकी नजर न आने वाली कुर्बानियां भी उस महान सफर का हिस्सा हैं.
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जोहरा तुम ये कभी मत भूलना कि इस मुश्किल दौर में हम सभी एक परिवार की तरह तुम्हारे साथ हैं. तुम्हारे आंसू हमारे दिल को छू रहे है. ईश्वर हमें इतनी ताकत दे कि हम समाज की भलाई के अपने इस मकसद में आगे बढ़ सके. हमने वर्दी पहनते समय जो कसम खायी थी, उससे ऊपर हमारे लिए कुछ भी नहीं. देश और समाज के लिए हमारी ये प्रतिबद्धता बदलाव लेकर आये. हमारे बलिदान हमारे साथी नागरिकों के लिए शांति और सद्भाव का पैगाम लाएं. एएसआई अब्दुल राशिद हमेशा अपनी देश सेवा के लिए याद किये जायेंगे, जिन्होंने अपनी जिंदगी देश के लिए कुर्बान कर दी. ईश्वर उनकी रूह को सुकून दे.