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इलाहाबाद: दिल्ली विधानसभा के चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) की अंदरूनी कलह समाप्त होती नहीं दिख रही है। रविवार को इलाहाबाद आए पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई भी व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता है। अरविंद दिल्ली के सीएम बन गए हैं, ऐसे में संयोजक का पद योगेंद्र यादव को मिलना चाहिए, क्योंकि इसके लिए वे सही हैं। वहीं, इसके पहले शांति भूषण के बेटे और पार्टी के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण भी केजरीवाल के विरोध में बोल चुके हैं। शांति भूषण ने कहा कि 2012 में आम आदमी पार्टी नीतियों के आधार पर बनी। उनका कहना था कि जब पार्टी का संविधान ड्राफ्ट हो रहा था तो इस बात पर भी जोर दिया गया कि यह ममता, माया, मुलायम और जयललिता की तरह व्यक्ति विशेष की पार्टी नहीं होगी। सारे लोगों की राय लेने के बाद ही पार्टी की कोई रणनीति बनेगी। दूसरी ओर, उन्होंने चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल द्वारा जनता से किए गए वादे पूरा करने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वही वादे किए जाने थे, जिसे पूरा किया जा सके।
शांति भूषण ने अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग ये चाहते हैं कि पार्टी की पूरी ताकत सिर्फ अरविंद में सीमित कर दी जाए। वे जैसे चाहते हैं वैसे ही पार्टी को चलाए, जैसे बीएसपी, सपा और जयललिता की पार्टी में होता आया है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी की ताकत उसके लोकतंत्र में होती है। पार्टी किस दिशा में आगे बढ़े और उसकी आगे की रणनीति कैसी हो, ये सबकी राय लेकर तय होनी चाहिए, जो भी फाउंडर मेंबर हैं।