शाओमी ने भारत में किया बेहतरीन प्रदर्शन, दो साल में कमाए 7,000 करोड़ रुपए
चीन की स्मार्टफोन कंपनी शाओमी इंडिया ने 2016 में एक अरब डॉलर से ज्यादा (करीब 7000 करोड़ रुपये) का रेवेन्यू प्राप्त किया है
नई दिल्ली। चीन की स्मार्टफोन कंपनी शाओमी इंडिया ने 2016 में एक अरब डॉलर से ज्यादा (करीब 7000 करोड़ रुपये) का रेवेन्यू प्राप्त किया है। कंपनी ने यह उपलब्धि भारत में आने के दो वर्षों के भीतर हासिल की है। शाओमी को दुनियाभर में कड़ी टक्कर मिल रही है, लेकिन भारत के स्मार्टफोन बाजार में इसका प्रदर्शन अच्छा है।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक शाओमी के इंडियन हेड मनु जैन का कहना है कि ऑफलाइन मार्केट में बिक्री शुरू करने से कंपनी को अपनी सेल्स बढ़ाने में मदद मिली है। भारत में शाओमी स्मार्टफोन की सेल्स के लिहाज से चौथे पायदान पर है। कंपनी ने इस वर्ष मैन्युफैक्चरिंग और प्रॉडक्ट रेंज को बढ़ाने के लिए निवेश में वृद्धि करने की योजना तैयार कर ली है। यह स्टार्टअप्स में भी कुछ निवेश करना चाहती है।
मनु जैन के मुताबिक भारत में कंपनी का बिजनेस मुनाफे में है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर बड़े बिजनेस हाउस, एफएमसीजी कंपनियों, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों, आईटी कंपनियों, सोशल मीडिया कंपनियों को देखा जाए तो किसी भी कंपनी ने देश के इतिहास में इस तरह के आंकड़ों को हासिल नहीं किया है।
शाओमी की प्रतिस्पर्धी एप्पल और माइक्रोमैक्स में से प्रत्येक का मार्च में समाप्त हुए वर्ष में रेवेन्यू 10,000 करोड़ रुपये का था। चीन की कंपनी हुआवे भारत में 15 वर्षों से अधिक समय से मौजूद है। देश में इसने वर्ष 2010 में दो अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया था, लेकिन उसके बाद से इसका बिजनेस घटकर लगभग आधा हो गया है। हालांकि, शाओमी ने बीते वर्ष दुनियाभर में अपने स्मार्टफोन की सेल्स के टारगेट से 12 फीसदी कम की बिक्री की थी। इसके सबसे बड़े बाजार चीन में तीसरी तिमाही में बिक्री वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 42 फीसदी लुढ़क गई है। शाओमी अब अमेरिकी बाजार में अपने कदम बढ़ा रही है।
इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्विसेज और लोकल प्रॉडक्शन बढ़ाने पर फोकस करने से वर्ष 2015 में कंपनी की ग्रोथ धीमी पड़ गई थी। शाओमी ने वर्ष 2016 में रेडमी नोट 3 और तीन अन्य फोन मॉडल्स के साथ फिर से सेल्स बढ़ाने में सफलता हासिल की।
सितंबर महीने में शाओमी 7.4 फीसदी मार्केट शेयर के साथ देश की चौथी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी थी। मनु जैन के मुताबिक वर्ष 2015 से 2016 के बीच फोन शिपमेंट वॉल्यूम 150 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है और रेवेन्यू दोगुना से अधिक हुआ है।