शादी के तुरंत बाद ही पति-पत्नी को जाना पड़ा जेल, वजह जान आ जाएंगे आँखों में आंसू
शादी दो लोगों की जिंदगी में खुशियों का एक नया आयाम माना जाता है. शादी के बाद लोग अपनी नयी जिंदगी की शुरुवात ढेर साड़ी खुशियों के साथ करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे वाकये के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ एक नए नवेले जोड़े की जिंदगी में शादी के बाद खुशियाँ तो दूर उन्हें उल्टा जेल जाना पड़ गया और वजह ऐसी की जानकर किसी के भी आँखों में आंसू आजाएं. आईये आपको बताते हैं की आखिर इस नए नवेले शादी शुदा जोड़े के साथ ऐसा क्या हुआ की इन्हें जेल जाना पड़ गया. आईये जानते हैं की आखिर क्या है ये पूरा मामला.
आपको बता दें की शादी के बाद जेल जाने की ये घटना दरअसल में मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले की है. बता दें की अशोक नगर में ही स्थित जिला जेल में उस वक़्त काफी खलबली मच गयी जब एक नया नवेला शादी शुदा जोड़ा वहां पहुंचा. नयी दुल्हन को देख सभी यहीं सोचने लगे की आखिर ये शादी के बाद जेल क्यूँ आई है. मेहँदी से सजे हाथ और आलते से रंगे पैर लिए अमूमन लोग शादी के बाद ससुराल विद होते हैं लेकिन इस नवविवाहित लड़की की किस्मत ऐसी की इसे शादी के बाद ससुराल ना जाकर जेल जाना पड़ गया.
बता दें की ये शादी शुदा जोड़ा जेल असल में किसी जुर्म में नहीं गया था बल्कि जिस लड़की की अभी अभी शादी हुई थी वो अपने पिता से मिलने गयी थी. आपको जानकर हैरानी होगी की एक लड़की की शादी में उसके खुद के पिता शामिल नहीं था क्यूंकि वो जेल में किसी को हत्या के लिए उकसाने के आरोप में सजा काट रहे थे. बता दें की शादी एक बाद एक पिता ही अपनी बेटी को विदा करता है लेकिन इस लड़की के शादी के दौरान चूँकि उसके पिता मौजूद नहीं थे इसलिए दूल्हा दुल्हन खुद जेल जा पहुंचें और लड़की अपने पिता से विदाई की रस्म अदा करने को कहने लगी. बता दें की जब जेल में ही पिता ने बेटी और दामाद के पिअर पखारे और बेटी को नयी जिंदगी में खुशियों का आशीर्वाद देते हुए विदा किया तो सबकी आँखें नम होगयी. इस लड़की की किस्मत कहें या फिर सिचुएशन की इसकी शादी के वक़्त इसके परिवार का कोई भी सदस्य शादी में मौजूद नहीं हो पाया. पिता के साथ ही साथ इस लड़की की माँ और भाई भी जेल में ही कैद हैं. लड़की के ससुर ने विदाई के वक़्त सभी रस्मों को पूरी करने के लिए किसी तरह जेलर से परमिशन ली इसलिए लड़की को उसके पिता से मिलने भी दिया गया वर्ना ये रस्म भी पूरी नहीं हो पाती.
वैसे जिअल प्रसाशन की भी दाद देनी चहिये जिन्होनें एक पिता के भावनाओं का सम्मान करते हुए उसे अपनी बेटी की विदाई की रस्म जेल से पूरी करने की आज़ादी दी. खैर चूँकि लड़की की शादी पहले ही तय हो चुकी थी इसलिए पिता और माँ के जेल जाने के वाबजूद भी लड़के वालों ने शैड को टाला नहीं तय दिन ही बारात लेकर लड़की के घर पहुँच गए.