शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, मिलेगा माँ दुर्गा का आशीर्वाद
नवरात्रि में कलश स्थापना चक्र सुदर्शन मुहूर्त में करना श्रेष्ठ माना गया हैं। यदि अभिजित मुहूर्त में कलश स्थापना संभव ना हो तो अनुकूल लाभ, शुभ और अमृत चौघडिया श्रेष्ठ मानी गयी है। यदि किसी संयोगवश, इनमे भी आप कलश स्थापना न कर पायें तो सोम, बुध, गुरु और शुक्र में से किसी की भी एक दिन होरा में कलश स्थापना कर सकते हैं।
शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
– 29 सितंबर, रविवार आश्विन शुक्ल प्रतिपदा रात्रि 08 बजकर 10 मिनट तक नवरात्रि
– ध्यान दें 07 बजकर 42 मिनट से पहले कलश स्थापना भूल भी न करें अन्यथा पारिवारिक कलह और धनहानि हो सकती है।
इन 4 मुहूर्तों में करें कलश स्थापना
– सुबह 07 बजकर 42 मिनट से 09 बजकर 11 मिनट तक चर चौघड़िया सामान्य किन्तु कलश स्थापना किया जा सकता है।
– सुबह 09 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 40 मिनट तक लाभ चौघड़िया अतिशुभ और कल्याणकारी, व्यापार में लाभ, नए अनुबंध और कर्ज से मुक्ति देने वाली है।
– सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 10 मिनट तक अमृत चौघड़िया जो उत्तम शिक्षा, सन्तान सुख, शौभाग्य वर्धक, आरोग्य, मान-सम्मान और धनवृद्धि करने वाली है।
– इसी अवधि के मध्य 11 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक के मध्य चक्र सुदर्शन मुहूर्त (अभिजित)भी पड़ रहा है जो सर्वकल्याणकारी और सर्व दुःखहारी है। इन्हीं मुहूर्तों में ईष्ट कार्य संपन्न किये जा सकते हैं। दिए गए उपरोक्त समय में कलश स्थापना पूजन, गृह प्रवेश, अनुबंध पर हस्ताक्षर आदि करने से सर्वथा विजयश्री ही मिलेगी।