शिक्षक बनने की चाह है तो 12वीं में ही करना होगा तय
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नई दिल्ली : अगले वर्ष से केवल शिक्षक बनने की चाह रखने वाले ही शिक्षक बन सकेंगे। प्राइमरी से लेकर माध्यमिक स्तर तक केवल वही शिक्षक बन सकेंगे जो बारहवीं के बाद ही तय कर लेंगे कि उन्हें शिक्षक बनना है। चार वर्षीय राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (एनटीईपी) के पाठ्यक्रमों को मान्यता देने के लिए एनसीटीई ने कॉलेजों से 3 से 31 दिसम्बर तक आवेदन मांगे हैं। ये मान्यता अगले वर्ष शुरू होने वाले कोर्स के लिए है। प्राइमरी और उच्च प्राइमरी से माध्यमिक तक के लिए अलग-अलग कोर्स चलेंगे। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने विज्ञान व कला वर्ग के लिए मान्यता देने के लिए आवेदन मांगे हैं। ये 2019 से 2023 तक के सत्र के लिए है। इसके लागू होने के बाद पूरे देश में एक ही तरह का पाठ्यक्रम होगा और कहीं कोई भ्रम नहीं होगा। इसमें प्रवेश के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ बारहवीं पास होना चाहिए।