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शिक्षण क्षेत्र में हैं आपार संभावनाएं…

आजकल शिक्षा के क्षेत्र में आपार संभावनाएं हैं। चाहे फिर वह सरकारी क्षेत्र हो या निजी। इस क्षेत्र में जिस प्रकार से आय बड़ी हैं। उससे युवाओं में टीचिंग प्रोफेशन को लेकर रुझान बढ़ा है। टीचिंग फील्ड में जॉब के भी बेहतरीन अवसर भी हैं। प्राइवेट स्कूल से लेकर सरकारी स्कूलों तक में जॉब के अपार ऑप्शन हैं। आप अपना कोचिंग सेंटर भी खोल सकतें हैं। लेकिन टीचर बनने के लिए किसी विषय में सिर्फ कोर्स करना ही काफी नहीं है । इसके लिए आपको कुछ विशेष परीक्षाएं भी पास करनी होंगा। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस कक्षा के छात्र को पढ़ाना चाहते हैं और आपकी परीक्षा भी उसी आधार पर ली जाएगा।

1. परीक्षा

टीजीटी और पीजीटी परीक्षा राज्य स्तर में आयोजित की जाती है। टीजीटी परीक्षा में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को ग्रेजुएट और बीएड होना अनिवार्य है और वही पीजीटी परीक्षा के लिए उम्मीदवार को पोस्ट ग्रेजुएट के साथ बीएड पास होना भी अनिवार्य है।
यदि उम्मीदवार टीजीटी परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है। तो वह शिक्षक के रूप में दसवीं क्लास के बच्चों को पढ़ा सकता है. यदि उम्मीदवार पीजीटी परीक्षा पास कर लेता है तो वह दसवीं से 12वीं तक के बच्चों को पढ़ा सकता है।

2. बीएड के बाद

उम्मीदवार बीएड परीक्षा के बाद शिक्षण क्षेत्र से जुड़ी परीक्षा में भी भाग ले सकता है। यदि उम्मीदवार का अभी बीएड परीक्षा का रिजल्ट नहीं आया है तो भी उम्मीदवार परीक्षा में सम्म्लित हो सकते हैं। यदि उम्मीदवार टीईटी परीक्षा में पास हो जाते हैं तो उन्हें राज्य सरकार द्वारा कुछ निश्चित समय तक एक सर्टिफिकेट प्राप्त होता है। इस सर्टिफिकेट की अवधि लगभग 5 से 7 वर्ष तक होती है। इन वर्षों के दौरान ही उम्मीदवार टीचर भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं. अगर उम्मीदवार को इस वर्षों के दौरान जॉब नहीं मिल पाती है तो उसे दोबारा यही परीक्षा देनी होगी, क्योंकि 7 साल बाद यहसर्टिफिकेट लैप्स हो माना जाएगा।

3. यूजीसी नेट

यदि उम्मीदवार कॉलेज में लेक्चरर की नौकरी चाहता है तो उस उम्मीदवार को यह परीक्षा पास करनी पड़ती है। नेट की यह परीक्षा साल में दो बार दिसंबर और जून माह में आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में तीन एग्जाम होते हैं। उम्मीदवार इंग्लिश या हिंदी में से किसी भी भाषा का प्रयोग करके नेट की परीक्षा दे सकता है। पहले एग्जाम में सामान्य ज्ञान, टीचिंग एप्टीटयूट, व् रीजनिंग से सम्बंधित प्रस्न पूछे जाते है और दूसरे व तीसरे एग्जाम में उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषयों से सम्बंधित सवाल पूछे जाते हैं।

नीट का कर रहे हैं इंतजार तो हो जाएं तैयार

मेडिकल और डेंटल कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट 2017 के कैलेंडर के अनुसार परीक्षा का आयोजन 7 मई 2017 को किया जाएगा। इस साल नीट का आयोजन कुल 103 शहरों में किया जा रहा है।
एग्जाम की तारीख– 7 मई 2017
नीट यूजी 2017 के परिणाम की घोषणा– 8 जून 2017

केरल सरकार ने जारी किया अध्यादेश

केरल सरकार ने राज्य में प्राइवेट कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वे मेडिकल में एडमिशन नीट 2017 के माध्यम दें।

इस बार 41 प्रतिशत अधिक छात्र होंगे शामिल

इस साल प्रवेश परीक्षा के लिए 11.35 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है, जो पिछले साल के मुकाबले 41 प्रतिशत अधिक है। साल 2016 में 8.02 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किया था।

मेडिकल में एडमिशन के लिए होता है नीट का आयोजन

नीट का आयोजन मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में प्रवेश के लिए किया जाता है।इस परीक्षा के द्वारा उन कॉलेजों में प्रवेश मिलता है, जो मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया और डेटल कांउसिल ऑफ इंडिया के द्वारा संचालित किया जाता है। इस साल नीट का आयोजन आठ भाषाओं- हिंदी, अंग्रेजी, असमी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, तमिल और तेलुगू में होगा।

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