ज्ञान भंडार

शिक्षा नीति के मसौदे की जानकारी वेबसाइट पर डालकर की गलती : भंडारी

pra_1448070608मुंबई. भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने स्वीकार किया है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे को सरकारी वेबसाइट पर प्रसारित करने के निर्णय में गलती हुई है। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से यदि वेबसाइट पर मसौदा नहीं डाला गया होता तो बेहतर होता। शिक्षा नीति के विवादित मसौदे पर सरकार के घिरने के बाद शुक्रवार को भंडारी सरकार के निर्णय के बचाव में मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा- यह मसौदा सरकार की ओर से तैयार नहीं किया गया था।
 
आम लोगों से मिले सुझावों के आधार पर मसौदे को बनाया गया था। इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचे इसके लिए मसौदे को वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया था।
 
ली जा रही कानूनी सलाह
 
भंडारी ने कहा-मसौदे की आड़ में शिक्षक विधायक कपिल पाटील अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। समाज और जातियों के बीच दुष्प्रचार कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े से व्यक्तिगत द्वेष के कारण पाटील इस तरह का काम कर रहे हैं। पाटील तीन दिनों से जानबूझकर गलत जानकारी दे रहे हैं। इसलिए पार्टी पाटील के खिलाफ आईपीसी की धारा 153(ए) के तहत कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।
बातचीत की जानकारी नहीं
 
पाटील ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें खुद फोन करके कहा है कि सरकार नई शिक्षा नीति का मसौदा रद्द करेगी क्योंकि यह मसौदा गलत है। इस पर जबाव देते हुए भंडारी ने कहा कि मुख्यमंत्री और पाटील के बीच क्या बातचीत हुई? मुख्यमंत्री ने उनसे क्या कहा? यह मुझे नहीं पता है। मैं बाद में मुख्यमंत्री से इस बारे में बातचीत कर जानकारी लूंगा।

 

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