शिक्षा में गुणात्मक बदलाव के आह्वान के साथ ‘एड लीडरशिप-2017’ सम्पन्न
लखनऊ : शैक्षिक संस्था ‘एजुकेशन वी वान्ट’ के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय इण्टरनेशनल राउण्डटेबल कान्फ्रेन्स ‘एड लीडरशिप-2017’ एवं ‘ग्लोबल एजूकेशन रिसर्च कान्फ्रेन्स’ आज सम्पन्न हो गई। इस अवसर पर अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रख्यात शिक्षाविद्ों ने ज्ञान के प्रकाश को जन-जन तक पहुँचाने का जोरदार आहवान करते हुए कहा कि इक्कीसवीं सदी शिक्षा में क्रान्तिकारी बदलाव की सदी है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारा अतीत क्या रहा है, बल्कि अहम बात यह है कि आज के दौर में शैक्षिक क्षेत्र में हम किस ओर अग्रसर हैं। आज हमें एक ऐसी शिक्षा पद्धति की जरूरत है जो बच्चों का सम्पूर्ण विकास करें और उनमें नेतृत्व की क्षमता का विकास करे। सम्मेलन के तीसरे व अन्तिम दिन शनिवार को संजय रस्तोगी, डायरेक्टर, स्टेट रिसोर्स सेन्टर, उ.प्र. एवं अनिल कुमार मिश्रा, फील्ड प्रोग्राम कन्डक्टर, जन शिक्षण संस्थान, लखनऊ, समेत देश-विदेश से पधारे शिक्षाविदों ने अपने विचार रखे।
इससे पहले अन्तर्राष्ट्रीय राउण्डटेबल क्रान्फ्रेन्स ‘एड लीडरशिप-2017’ के अन्तिम दिन की शुरुआत गणेश वन्दना एवं प्रार्थना गीत से हुई, जिसके माध्यम से छात्रों ने आध्यात्मिक व ईश्वरीय एकता को संदेश प्रवाहित किया। इस अवसर पर मलिन बस्ती के बच्चों ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर आधारित शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। इस अवसर पर ग्लोबल ड्रीम एप का शुभारम्भ भी हुआ। ‘एड लीडरशिप-2017’ के अन्तिम दिन आज ‘इलिट्रेसी एण्ड सर्विस लर्निंग’ एवं ‘एट्रिब्यूट्स ऑफ ए स्ट्राँग ट्वेन्टी फर्स्ट सेन्चुरी स्कूल लीडर’ विषयों पर पैनल डिस्कशन आयोजित हुए। इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए श्री जोनाथन हाकिम, वर्कर एण्ड फेसिसिलेटर, ग्लोबल ड्रीम कम्पेन फॉर लिट्रेसी, लखनऊ, ने अनपढ़ लोगों को हिन्दी पढ़ाने के तौर तरीको पर खासतौर से अपने विचार रखे। अपने संबोधन में श्री हाकिम ने जोर दिया कि स्कूल में छात्रों की आवाज को ध्यान से सुनना चाहिए एवं उनको जिम्मेदारियां देना चाहिए।
सम्मेलन का समापन समारोह अपरान्हः सत्र में हुआ। इस अवसर पर देश-विदेश के प्रख्यात शिक्षाविदों को ‘एजुकेशन इनोवेटर अवार्ड’ एवं ‘इनोवेशन इन-प्रोसेस फेलोशिप’ प्रदान कर सम्मानित किया गया। समापन समारोह की अध्यक्षता जी.बी. पटनायक, चेयरमैन, उ.प्र. जल निगम एवं चेयरमैन, इण्डिया लिट्रेसी मिशन ने की। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे शिक्षाविदों को सम्बोधित करते हुए पटनायक ने कहा कि आज शिक्षा में नवीनीकरण की बेहद आवश्यकता है। शिक्षकों के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि छात्रों का दृष्टिकोण विश्वव्यापी हो, सोच वैज्ञानिक हो और उनमें मानव जाति के उत्थान की भावना हो। देश-विदेश से पधारे शिक्षाविद्ों का आभार व्यक्त करते हुए सम्मेलन की संयोजिका डा. सुनीता गाँधी ने कहा कि आपने शिक्षा को नया स्वरूप देने की पहल की है उसके लिए शिक्षा जगत आपका ऋणी रहेगा। उन्होंने देश-विदेश से पधारे सभी शिक्षाविदों को अगले एड-लीडरशिप में प्रतिभाग हेतु आमन्त्रित किया। सम्मेलन का समापन सिटी मोन्टेसरी स्कूल की संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।