ज्ञान भंडार
शिमला आकर फूट-फूटकर रोई ये 80 साल की बुजुर्ग, जो इनके साथ हुआ कहीं आपके साथ ना हो जाए
80 वर्षीय कलासी देवी शिमला आकर फूट-फूटकर रोने लगी। इनके साथ जो हुआ कहीं आपके साथ न हो जाए। पढ़िए इनकी दर्दभरी कहानी…
प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हार्ट पेशेंट 80 वर्षीय कलासी देवी को चार दिन पहले अस्पताल से तो छुट्टी दे दी गई लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई।
चार दिन से अस्पताल प्रबंधन के पास एंबुलेंस के लिए चक्कर काटने के बाद थक हार कर बुधवार को 80 वर्षीय कालसी देवी अपनी बहु के साथ पैदल ही अस्पताल से बाहर चल दी।
रिज मैदान तक पहुंचने से पहले ही वृद्धा लक्कड़ बाजार में रिगल के पास बर्फ में फिसल कर सड़क पर औंधे मुंह गिर गई।
इससे कलासी देवी घायल हो गई और फूट-फूटकर रोने लगी। सैलानियों और स्थानीय लोगों ने वृद्धा को उठा कर हिमाचल जूस कार्नर में बिठाया।
स्थानीय दुकानदारों ने आग जला कर वृद्धा के हाथ पैर गर्म करवाए। वृद्धा ने बताया कि उनका घर कठेड़ा (बिलासुपर) में है। अस्पताल से छुट्टी के बाद एंबुलेंस नहीं मिल रही थी इसलिए पैदल ही बस स्टैंड जाने की कोशिश कर रही थी। वृद्धा को आईएसबीटी पहुंचाने के लिए तमाम एंबुलेंस सेवाओं को फोन किया गया लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
थक हार कर मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में संपर्क किया गया। स्मार्ट पुलिस ने भी इंसानियत की मिसाल कायम की। कंट्रोल रूम ने पांच मिनट के भीतर पेट्रोलिंग व्हीकल रिगल के पास भेज दिया।
पुलिस कांस्टेबल सुनील कुमार और हंसराज ने वृद्धा को उठा कर वाहन में बिठाया और आईएसबीटी पहुंचाया।
80 वर्षीय कालसी देवी की बहु केनी देवी ने बताया कि पुलिस के जवानों ने सिर्फ उन्हें बस स्टैंड तक छोड़ा बल्कि घर जाने वाली बस में भी बिठाया।
उन्होंने मदद के लिए शिमला पुलिस का आभार जताया।