शिया वक्फ बोर्ड का मदरसे को बड़ा हमला, आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे मदरसे…
लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने मदरसों पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि मदरसे आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें पढऩे वाले बच्चे राष्ट्र की मुख्यधारा से कट जाते हैं। धीरे-धीरे इनका रुझान आतंकवाद की तरफ हो जाता है। वसीम रिजवी ने पीएम नरेंद्र मोदी, कैबिनेट सेक्रेटरी, सीएम योगी के साथ ही कई राज्यों को पत्र भेजकर मदरसा शिक्षा को खत्म करने की वकालत की है।
मदरसों को सीबीएसई, आईसीएसई या फिर राज्य बोर्ड से पंजीकृत कर यहां मुस्लिम छात्रों के साथ ही दूसरे धर्म के छात्रों की भी पढ़ाई कराने की मांग की। इनमें इस्लामिक शिक्षा की पढ़ाई वैकल्पिक होनी चाहिए। वसीम रिजवी ने कहा कि देश में करीब एक लाख से ज्यादा मदरसे गैर पंजीकृत हैं। यह मदरसे मुल्लाओं का खास बिजनेस हैं और जकात यानी चंदे के पैसों से चलते हैं। मदरसों के बच्चों में कट्टरवाद बचपन से ही पैदा कर दिया जाता है। मदरसे खत्म करके कॉमन एजुकेशन पॉलिसी लागू करनी चाहिए।
मदरसों ने इंजीनियर-डॉक्टर नहीं आतंकी जरूर पैदा किए
वसीम रिजवी ने कहा कि कितने मदरसों ने इंजीनियर, डॉक्टर व आइएएस अफसर पैदा किए? इक्का-दुक्का जो सफल हुए उन्होंने मदरसे के बाद आधुनिक शिक्षा प्राप्त की, जबकि मदरसों से निकलने वाले आतंकियों की संख्या कहीं अधिक है। इसमें कोई संदेह नहीं कि मदरसों के संचालन के लिए जकात बांग्लादेश व पाकिस्तान जैसे देशों से आ रही है। यहां तक की कुछ आतंकवादी संगठन भी ऐसे अपंजीकृत मदरसों को पैसे देकर मदद कर रहे हैं।
गैर मान्यता प्राप्त मदरसे बंद करने के आदेश
शिया वक्फ बोर्ड ने वक्फ की संपत्तियों पर चल रहे गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को बंद करने के आदेश दिए हैं। वसीम रिजवी ने सभी मुतवल्ली, प्रबंध कमेटी व प्रशासक को ऐसे मदरसों को 31 जनवरी तक बंद करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी मदरसा चलता हुआ पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।