शिवपाल ने दिया बर्खास्त नेताओं की वापसी के संकेत,
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शिवपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की विकास यात्रा कार्यक्रम सफल होने का दावा करते हुए कहा कि पार्टी का असली संदेश पांच नवंबर को हो रहे रजत जयंती समारोह से ही जाएगा। पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में शिवपाल ने कहा कि रथयात्रा के बाद रजत जयंती समारोह से पार्टी चुनावी मूड में आएगी, यहीं से संदेश जाएगा। किसी भी कीमत में भाजपा की सरकार नहीं बनने देंगे। समाजवादी पार्टी वर्ष 2017 में
बड़े बहुमत से सरकार बनाने में सफल होगी। इसके बाद देश से भी भाजपा को हटाने का काम होगा।
गठबंधन का फैसला नेतृत्व करेगा
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने चुनावी गठबंधन के सवाल पर कहा कि सपा 25वें वर्ष में जा रही है। समाजवादी विचारधारा को ताकत देना और एकजुट बना कर रखना भी हमारा लक्ष्य है। समारोह में इसी उद्देश्य से सभी को बुलाया भी है। समारोह के बाद ही राष्ट्रीय नेता आपस में बात करके गठबंधन तय करेंगे। वैसे प्रदेश में अभी बहुमत की सपा सरकार है लेकिन सभी फैसले नेतृत्व करेगा।
बर्खास्त नेताओं को खुद नहीं आना चाहिए
शिवपाल का सपा से बर्खास्त नेताओं के खिलाफ तल्ख रवैया कायम है। उन्होंने रथयात्रा प्रोग्राम में बर्खास्त नेताओं की मौजूदगी पर तंज कसते हुए कहा कि उनको खुद नहीं आना चाहिए था, जो लोग आए थे इतनी ज्यादा भीड़ में किसी को रोक नहीं सकते हैं। पार्टी में वापसी के सवाल पर शिवपाल का कहना था, राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशों पर कार्रवाई हुई है, अब प्रार्थनापत्र दें तो नेताजी ही फैसला लेंगे।
कांग्रेस को न्यौता नहीं
शिवपाल ने बताया कि रजत जयंती समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, शरद यादव, लालू यादव, अजित सिंह, अभय सिंह चौटाला, अखिलेश यादव, राम जेठमलानी, केसी त्यागी व संतोष भारतीय आदि की स्वीकृति मिल चुकी है। आजम खां व अमर सिंह के बारे में उनका कहना था कि सबको न्यौता भेजा है। कांग्रेस प्रतिनिधि के शामिल होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया।