शिव’राज’ के बदले तेवर, दो महीने में छह IAS अफसर नपे
भोपाल. मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार और जनता के प्रति लापरवाह रवैया अपनाने वाले अफसरों के खिलाफ शिवराज सरकार सख्त हो गई है. सीएम ने फिर दो आईएएस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई कर प्रशासनिक अफसरों को कड़ा संदेश दे दिया हैं.
शिवराज सिंह चौहान अपने मुख्यमंत्री शासनकाल के दस साल पूरे करने जा रहे है. लेकिन पारी का एक दशक पूरा होने के ठीक पहले प्रदेश में आईएएस अफसरों के खिलाफ हुई एक के बाद एक कार्रवाई से प्रशासनिक जगत में हड़कंप मच गया है.
सीएम शिवराज ने भ्रष्ट और जनता के साथ किसानों के प्रति लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें आईना दिखा दिया है.
सीएम ने शुक्रवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए फोन पर रुपयों की मांग करने वाले अनुसूचित जनजाति विभाग के आयुक्त जेएन मालपानी को पद से हटा दिया.
वहीं राजगढ़ कलेक्टर आनंद कुमार शर्मा को सूखा राहत के वितरण में 13 केटेगरी बनाकर किसानों को गुमराह करने पर कलेक्टरी से हटा दिया है.
हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब एक दिन में दो आईएएस के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई हो. शिवराज के सख्त तेवर से अब तक आधा दर्जन अफसर शिकार हो चुके है.
बीते दो महीने में जिन अफसरों पर सरकार की गाज गिरी है. उनमें
भिंड कलेक्टर मधुकर आग्नेय
दतिया कलेक्टर पीसी जांगड़े
नीमच कलेक्टर नंदकुमारम
अशोक नगर कलेक्टर राजाभैया प्रजापति
और अब अनुसूचित जनजाति आयुक्त जेएन मालपानी
राजगढ़ कलेक्टर आनंद शर्मा शामिल है.
मतलब साफ है कि सीएम शिवराज अब जनता से जुड़े कामों पर अफसरशाही का लापरवाह रवैया बर्दाश्त नही करेंगे. यहीं कारण है कि आईएएस अपसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर शिवराज ने ये संदेश राज्य की प्रशासनिक मशीनरी को दे दिया है.