शिवसेना ने कहा, चीन के खिलाफ भी हो सर्जिकल स्ट्राइक
मुंबई। शिवसेना ने सितंबर महीने में एलओसी के पार आतंकी लांच पैड को सर्जिकल स्ट्राइक में तबाह करने जैसी कार्रवाई चीन में भी किए जाने के बारे में पूछा है।
पार्टी ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि क्या चीन के खिलाफ भी भारतीय सेना सर्जिकल स्ट्राइक करेगी? शिवसेना ने कहा है, ‘भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ पर गंभीरता से नजर डालने का समय आ गया है।
पाकिस्तान के खिलाफ जिस तरह सर्जिकल स्ट्राइक किया गया वैसा ही चीन के खिलाफ करना उचित जवाब होगा।’ अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में पार्टी ने कहा है, ‘क्या ऐसा ही हमला (चीन के खिलाफ) किया जाएगा।’
संपादकीय में कहा गया है, ‘सभा में जब कोई पाकिस्तान के खिलाफ बोलता है तो जवाब में तालियां बजती हैं। तालियां बजाने की इस मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है और चीन के घुसपैठ की ओर गंभीरता से देखने की जरूरत है।
लद्दाख से अरुणाचल और सिक्किम तक चीन वर्षों से दखल देता चला आ रहा है। असली सवाल यह है कि चीन को कौन रोकेगा?’ शिवसेना ने लद्दाख के डेमचोक इलाके में बुधवार से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच उत्पन्न गतिरोध की ओर इशारा किया है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवान वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब पहुंच गए और मनरेगा के तहत चल रहे सिंचाई नहर का निर्माण कार्य रोक दिया। संपादकीय में कहा गया है, ‘करीब 60 चीनी जवान हमारे क्षेत्र में घुस आए और विकास कार्य को रोक दिया। इसे कोई क्या समझेगा?
हमारे बड़बोले रक्षा मंत्री स्पष्ट करें कि हमारे सैनिकों ने इन चीनी जवानों के खिलाफ क्या कार्रवाई की। पाकिस्तान को चेतावनी देना ही पर्याप्त नहीं है। चीन से लगती हमारी सीमा की रक्षा भी रक्षा मंत्री की जवाबदेही है।’