शुक्रवार को महालक्ष्मी के उपाय करने से आर्थिक अभाव खत्म होता है। घर में धन आने का मुख्य स्त्रोत है कारोबार, यदि इसमें उछाल आयगा तो संपत्ति से तिजोरी भरेगी। अच्छे फल के लिए पुरुषार्थ तो आवश्यक है ही साथ ही कुछ उपाय भी कारगर साबित बताए गए हैं। आर्थिक सम्पन्नता के लिए कोई भी जातक यदि श्री ‘श्रीयंत्र’ के सामने नियमित रूप से अथवा प्रत्येक शुक्रवार को श्री ‘श्रीसूक्त’ तथा बीजयुक्त ‘लक्ष्मी सूक्त’ का पाठ कर सके तो कभी भी आर्थिक समस्या से ग्रस्त नहीं रहेंगे। इसका प्रभाव आप स्पष्ट रूप से 7 शुक्रवार के पाठ से ही देखने लगेंगे। भोजन करने से पहले गाय, कुत्ते और कौवे के लिए एक-एक रोटी निकाल दें। इस क्रिया से कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
शुक्लपक्ष के पहले शुक्रवार से लगातार 3 शुक्रवार तक लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में संध्याकाल में 9 वर्ष से कम आयु की 11 कन्याओं को खीर के साथ मिश्री का भोग लगाएं तथा विदा करते समय लाल वस्त्र भेंट स्वरूप प्रदान करें। इस उपाय से सम्पन्नता आती है। शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्टरी या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोड़ा-सा गेहूं का आटा रख दें। ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नहीं, इस बात का ख्याल रखें। धंधे में बरकत होती है। पूजा घर में अभिमंत्रित श्री यंत्र रखें, व्यापार अच्छा चलता है। ऐसा विद्वानों का दावा है। शुक्रवार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें। दूसरे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना लें। उसके तीन हिस्से कर लें। उसमें से एक हिस्सा घोड़े या भैंसे को खिला दें। दूसरा हिस्सा कुष्ठ रोगी को दे दें और तीसरा हिस्सा अपने सिर से घड़ी की सुई से उलटे तरफ तीन बार वार कर किसी चौराहे पर रख दें। यह प्रयोग 40 दिन तक करें। कारोबार में लाभ होगा।