शुरू हुआ चीन का ‘ऑपरेशन गोल्ड’, अरुणाचल सीमा पर खुदाई चालू, फिर बढ़ सकता है तनाव
समाचार पत्र की रिपोर्ट में खनन काम को चीन द्वारा अरुणाचल को अपने नियंत्रण में लेने की रणनीति के तौर पर दिखाया गया है। इसके मुताबिक, खनन काम से अवगत लोगों का मानना है कि यह बीजिंग की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, जिससे वह दक्षिण तिब्बत क्षेत्र पर अपना दावा पुख्ता कर सकता है।
इलाके के दूसरा दक्षिण चीन सागर बनने का खतरा
रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों पर चीन का दावा जताने की कोशिश और तीव्र निर्माण गतिविधियों के चलते यह इलाका दूसरा दक्षिण चीन सागर बन सकता है। हाल ही में चीन के भूवैज्ञानिक और सामरिक मामलों के विशेषज्ञों ने इलाके का दौरा किया था।
दोकलम के बाद तनाव घटाने की हुई पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनिपंग के बीच हाल ही में हुई अनौपचारिक बैठक के कुछ हफ्तों बाद ही यह रिपोर्ट आई है। दोनों नेताओं की मुलाकात को दोकलम में सैन्य गतिरोध से उत्पन्न तनाव को घटाने की पहल बताया गया था। यहां पर 73 दिनों तक दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के सामने डटी रही थीं। इससे दोनों देशों के संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए थे।
जिनपिंग ने दोहराया था दावा
पिछले साल दोकलम के दो महीने बाद अक्तूबर में लुंझ सुर्खियों में आया था। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने लुंझ काउंटी के एक परिवार के पत्र का जवाब देते हुए इस इलाके पर बीजिंग का दावा दोहराया था। यह परिवार चीन के सबसे छोटे कस्बे युमई में रहता है। यह इलाका अरुणाचल प्रदेश की सीमा के काफी करीब स्थित है।