शेयर बाजार की मौद्रिक नीति समीक्षा पर रहेगी नजर
मुंबई। आगामी सप्ताह में निवेशकों की निगाह मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा और संसद के चालू शीतकालीन अधिवेशन पर टिकी रहेगी। सोमवार 1 दिसंबर को बेहतर विकास दर के आंकड़ों की प्रतिक्रिया में बाजार में तेजी दर्ज की जा सकती है। सरकार ने विकास दर के आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी किए। मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में देश की विकास दर साल-दर-साल आधार पर 5.3 फीसदी रही, जो प्रथम तिमाही में 5.7 फीसदी थी। हालांकि विकास दर घटी है, लेकिन यह विश्लेषकों के अनुमान से बेहतर है। आगामी सप्ताह में वाहन कंपनियों के शेयरों पर नजर रहेगी, क्योंकि एक दिसंबर से ये कंपनियां नवंबर में हुई बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी। निवेशकों की निगाह सरकारी तेल विपणन कंपनियों पर भी रहेगी, क्योंकि ये कंपनियां तेल मूल्य की समीक्षा करेंगी। तेल कंपनियां हर महीने के बीच में और आखिर में गत दो सप्ताह में आयातित तेल की औसत कीमत के आधार पर तेल मूल्य की समीक्षा करती हैं। जर्व बैंक मंगलवार दो दिसंबर को मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगी। बैंक यदि मुख्य दरों में कटौती की घोषणा करता है, तो इसका शेयर बाजार पर अनुकूल असर पड़ेगा और प्रमुख सूचकांक एक बार फिर नई ऊंचाई छू सकते हैं। संसद का शीतकालीन सत्र 24 नवंबर से जारी है। यह 23 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में आर्थिक महत्व के कई विधेयकों से संबंधित घटनाक्रमों पर निवेशकों की निगाह रहेगी। इस सत्र में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक, भूमि अधिग्रहण एवं पुनर्वास व पुनस्र्थापना जैसे विधेयकों को पारित करने की कोशिश की जा सकती है। सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संविधान संशोधन विधेयक पर भी कदम आगे बढ़ा सकती है। एजेंसी