शौक से खाते हैं शीशा, देखते ही देखते चबाकर निगल जाते हैं किलो भर कांच
भोपाल : मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में शहपुरा के रहने वाले दयाराम साहू को कांच खाने का शौक है. पेशे से वकील दयाराम बड़े ही मजे से कांच को खाते हैं. इन्हें बचपन से ही कांच खाने की आदत है. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि दयाराम बल्ब और कांच की बोतलों के टुकड़ों को कितनी आसानी से चबाकर निगल जाते हैं. दयाराम साहू की पत्नी कांच खाने से रोकने की बजाय उनके लिये कांच का जुगाड़ करती है. दयाराम की पत्नी बताती हैं कि शादी के ठीक बाद जब वह ससुराल पहुंची थी तब अपने पति को चुपचाप कांच खाता देख वह दंग रह गई थी. उन्होंने कई बार अपने पति को कांच खाने से रोकने की कोशिश भी की लेकिन दयाराम नहीं माने, लिहाजा उनकी पत्नी अब खुद कांच लाकर उन्हें देती है. दयाराम ने बताया कि बचपन से ही उनके दिमाग में कुछ अलग करने की चाहत थी और इसी चाहत के चलते उन्होंने कांच खाना शुरू किया, जो पहले उनका शौक फिर बाद में नशा बन गया. दयाराम की मानें तो पहले वह एक किलो तक कांच चबा जाते थे, हालांकि दांत कमजोर होने के कारण अब उन्होंने कांच खाना धीरे धीरे बंद करने का निर्णय लिया है.