श्रावणी अमावस्या पर रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग, मिलेगा सुख-सौभाग्य
नई दिल्ली: श्रावण माह की अमावस्या 8 अगस्त 2021, रविवार को आ रही है। यह हरियाली अमावस्या के नाम से विख्यात है। आश्विन माह में आने वाली सर्वपितृ अमावस्या की तरह ही श्रावणी अमावस्या भी पितरों को मोक्ष देने वाली और बुरे ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति दिलाने वाली होती है। इस अमावस्या के दिन शनि के आधिपत्य वाला रवि पुष्य नक्षत्र भी है। इसलिए इस दिन दान-पुण्य, गरीबों, पशु-पक्षियों की सेवा से विशेष सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। टेस्ट ड्राइव ऑफर: निसान मैग्नाईट अब आपके शहर में – यहां क्लिक करें। श्रावणी अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त यदि पिंड दान, तर्पण, पितृ पूजा, नारायण बली पूजा, नाग बली पूजा, कालसर्प दोष मुक्ति पूजा, शनि शांति निवारण पूजा, शनि शांति हवन, नवग्रह शांति हवन करवाया जाए तो जीवन के अनेक कष्टों से मुक्ति आसानी से पाई जा सकती है।
क्या करना चाहिए हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में जल से स्नान करके, उसके किनारे बैठकर पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्धकर्म करवाने से पितरों को शांति मिलती है। यह कर्म करने के बाद पितरों के नाम से गरीबों को भोजन करवाएं, गाय को चारा खिलाएं, गरीबों को वस्त्र आदि भेंट करें। श्रावणी अमावस्या के दिन दोपहर 12 बजे के पूर्व पीपल के पेड़ की 21 परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करें। पेड़ का पूजन कर मौली के 21 फेरे लपेटें। सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे आटे से पांच दीपक बनाकर प्रज्ज्वलित करें। इससे धन संबंधी समस्या समाप्त होती है। अमावस्या के दिन दृष्टिहीन, अपंग, मंदबुद्धि, अंग-भंग हुए लोगों को वस्त्र भोजन भेंट करें। इससे जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा होती है। हरियाली अमावस्या की रात्रि में किसी नदी, तालाब में दीपदान करना चाहिए। इससे पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
हरियाली-श्रावणी अमावस्या के दिन भगवान शिव का तिल से अभिषेक करने से कालसर्प दोष और शनि के दोष से मुक्ति मिलती है। इस अमावस्या के दिन पुष्य नक्षत्र भी है। इसलिए रात्रि में अपने घर की तिजोरी में धन की पूजा करें और तिजोरी को बंद करके उसके ऊपर रात भर जलने वाली दीपक रखें। इससे धन के भंडार भरने लगते हैं। श्रावणी अमावस्या की रात्रि में किसी निर्जन स्थान के शिव मंदिर में अखंड दीपक प्रज्ज्वलित करें। इससे समस्त मनोकामना पूरी होती है। अक्षय संपत्ति के भंडार भरने लगते हैं। अमावस्या के दिन रुद्राभिषेक करने से जीवन के संकटों का समाधान होता है।