दस्तक टाइम्स एजेंसी/ नई दिल्ली. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद श्रीश्री रविशंकर के प्रोग्राम की तैयारियां जोरों पर हैं। दिल्ली में यमुना किनारे आर्ट ऑफ लिविंग का यह वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल 11 से 13 मार्च तक चलेगा। ऑर्गनाइजर्स का दावा है कि इस प्रोग्राम के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टेम्पररी स्टेज बनाया जा रहा है। यह साइज में फुटबॉल मैदान से ढाई गुना बड़ा होगा।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तैयारी…
– बता दें कि NGT ने इवेंट की तैयारियों के चलते एनवायरन्मेंट को हुए नुकसान के मद्देनजर आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
– NGT के फैसले से नाखुश श्रीश्री रविशंकर इस पर अपील करेंगे।
– ट्रिब्यूनल ने दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी को भी 1 लाख रुपए देने को कहा है।
ऑर्गनाइजर्स का दावा, दुनिया का सबसे बड़ा स्टेज
– वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल के लिए स्टेज डिजाइन कर रहे नितिन देसाई ने प्रोग्राम के लिए बनाया जा रहा स्टेज दुनिया का सबसे बड़ा टेम्पररी स्टेज होगा।
– उन्होंने बताया कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसे दर्ज कराने के लिए एप्लिकेशन दी गई है।
– ”एक नॉर्मल फुटबॉल स्टेडियम प्लेइंग ग्राउंड और ऑडियंस गैलरी को मिलाकर 3 एकड़ का होता है। ओवल शेप में बन रहे वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल का मंच करीब 7 एकड़ में तैयार किया जा रहा है। इस तरह यह स्टेज फुटबॉल ग्राउंड से ढाई गुना ज्यादा बड़ा है।”
– इस स्टेज पर तीन दिनों में 35,973 कलाकार परफॉर्म करेंगे।
क्या है वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल?
– आर्ट ऑफ लिविंग अपने 35 साल पूरे होने पर यह प्रोग्राम ऑर्गनाइज कर रहा है।
– DND फ्लाई ओवर के पास यमुना किनारे 11 से 13 मार्च तक होने वाले इस प्रोग्राम में 35 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।
– फेस्टिवल में दुनियाभर के आर्टिस्ट म्यूजिक, डांस और दूसरे आर्ट परफॉर्म करेंगे।
– पहले दिन अलग-अलग देशों के पॉलिटिकल रिप्रेजेंटेटिव अपनी बात रखेंगे।
– दूसरे दिन संत समागम होगा, जिसमें विश्व शांति और अनेकता में एकता का संदेश दिया जाएगा।
– इसके अलावा, कई फिल्मी सितारे भी प्रोग्राम में शामिल होंगे।
– कई स्टेट के कलाकार घूमर, भांगड़ा और गरबा डांस की परफॉर्मेंस देंगे।
प्रोग्राम में शामिल होंगे कई देशों के हेड
– आर्ट ऑफ लिविंग के कल्चरल फेस्टिवल में शामिल होने के लिए कई देशों के हेड को इनवाइट किया गया है।
– प्रोग्राम में दुनिया भर के 155 देशों के रिप्रेजेंटेटिव हिस्सा लेंगे।
– सूत्रों के मुताबिक, प्रोग्राम में श्रीलंका के प्रेसिडेंट भी शामिल होंगे।
– इसके अलावा, पाकिस्तान के पूर्व पीएम यूसुफ रजा गिलानी भी प्रोग्राम में शामिल होने वाले हैं।
– मोदी और प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी को भी शिरकत करनी थी। लेकिन प्रेसिडेंट प्रोग्राम में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं।
– मोदी के फेस्टिवल की ओपनिंग करने का प्रोग्राम अभी तय नहीं हुआ है।
64 एकड़ जमीन का हो रहा है इस्तेमाल
– आर्ट ऑफ लिविंग अपने इस आयोजन के लिए 64 एकड़ जमीन इस्तेमाल कर रहा है। यमुना किनारे पहली बार इस तरह का प्रोग्राम हो रहा है।
– एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग से कहा कि अब वे भरोसा दिलाएं कि यमुना को साफ करने के लिए केमिकल और एन्जाइम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। संस्था की तरफ से ट्रिब्यूनल को इसका भरोसा दिला दिया गया है।
– श्रीश्री की संस्था ने ट्रिब्यूनल को यमुना के किनारों को प्लेन करने और प्रोग्राम पर आने वाले खर्च के बारे में भी जानकारी दी।
– आर्ट ऑफ लिविंग ने एनजीटी को बताया कि वेन्यू को बनाने में 15.63 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जबकि 10 करोड़ डेकोरेशन पर खर्च हुए हैं।
– इस पर एनजीटी ने चुटकी लेते हुए कहा कि इतना बड़ा आयोजन आप इतने कम खर्च में कर रहे हैं। इसके लिए तो आगे से ऐसे बड़े प्रोग्राम आप को ही सौंपे जाने चाहिए।
केंद्र ने कहा-परमिशन की जरूरत नहीं
– NGT ने यमुना किनारे होने वाले टेम्पररी कंस्ट्रक्शन पर केंद्र सरकार से पूछा था कि क्या इसके लिए परमिशन लेने की जरूरत नहीं है।
– इस पर केंद्र ने सरकार ने कहा कि बाढ़ वाली जमीन पर टेम्पररी स्ट्रक्चर बनाने के लिए परमिशन की जरूरत नहीं होती।
– एनवायरन्मेंट और फॉरेस्ट मिनिस्ट्री ने भी टेम्पररी स्ट्रक्चर के लिए परमिशन लेने की जरूरत से इनकार किया।
– उन्होंने बताया कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसे दर्ज कराने के लिए एप्लिकेशन दी गई है।
– फेस्टिवल में दुनियाभर के आर्टिस्ट म्यूजिक, डांस और दूसरे आर्ट परफॉर्म करेंगे।
– पहले दिन अलग-अलग देशों के पॉलिटिकल रिप्रेजेंटेटिव अपनी बात रखेंगे।
– दूसरे दिन संत समागम होगा, जिसमें विश्व शांति और अनेकता में एकता का संदेश दिया जाएगा।
– इसके अलावा, कई फिल्मी सितारे भी प्रोग्राम में शामिल होंगे।
– कई स्टेट के कलाकार घूमर, भांगड़ा और गरबा डांस की परफॉर्मेंस देंगे।
– प्रोग्राम में दुनिया भर के 155 देशों के रिप्रेजेंटेटिव हिस्सा लेंगे।
– सूत्रों के मुताबिक, प्रोग्राम में श्रीलंका के प्रेसिडेंट भी शामिल होंगे।
– इसके अलावा, पाकिस्तान के पूर्व पीएम यूसुफ रजा गिलानी भी प्रोग्राम में शामिल होने वाले हैं।
– मोदी और प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी को भी शिरकत करनी थी। लेकिन प्रेसिडेंट प्रोग्राम में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं।
– मोदी के फेस्टिवल की ओपनिंग करने का प्रोग्राम अभी तय नहीं हुआ है।
– एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग से कहा कि अब वे भरोसा दिलाएं कि यमुना को साफ करने के लिए केमिकल और एन्जाइम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। संस्था की तरफ से ट्रिब्यूनल को इसका भरोसा दिला दिया गया है।
– श्रीश्री की संस्था ने ट्रिब्यूनल को यमुना के किनारों को प्लेन करने और प्रोग्राम पर आने वाले खर्च के बारे में भी जानकारी दी।
– आर्ट ऑफ लिविंग ने एनजीटी को बताया कि वेन्यू को बनाने में 15.63 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जबकि 10 करोड़ डेकोरेशन पर खर्च हुए हैं।
– इस पर एनजीटी ने चुटकी लेते हुए कहा कि इतना बड़ा आयोजन आप इतने कम खर्च में कर रहे हैं। इसके लिए तो आगे से ऐसे बड़े प्रोग्राम आप को ही सौंपे जाने चाहिए।
– इस पर केंद्र ने सरकार ने कहा कि बाढ़ वाली जमीन पर टेम्पररी स्ट्रक्चर बनाने के लिए परमिशन की जरूरत नहीं होती।
– एनवायरन्मेंट और फॉरेस्ट मिनिस्ट्री ने भी टेम्पररी स्ट्रक्चर के लिए परमिशन लेने की जरूरत से इनकार किया।