श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें यह गलतियां वरना…
जन्माष्टमी का त्यौहार भक्तों के लिए बहुत ख़ास होता है. ऐसे में हर साल की तरह इस साल भी श्री कृष्णा जन्माष्टमी के दिन बहुत से लोग व्रत रखेंगे, मंदिर जाएंगे, पूजा करेंगे और यह कोशिश करेंगे कि इस दिन हमें भगवान कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त हो जाएं. वहीं कई बार अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिनका हमें ज्ञान नहीं होता लेकिन शास्त्रों में उन्हें निषेध माना गया है. आज हम आपको उन्ही गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं.
यह गलतियां न करें-
* कहा जाता है भगवान श्री कृष्ण की पूजा में स्टील या लोहे के दीपक का प्रयोग नहीं किया जाता है इसलिए उनकी पूजा में पीतल, ताँबे या मिट्टी के दीपक का ही प्रयोग करें. इसी के साथ ही भगवान विष्णु या श्री कृष्ण के सामने जब भी दीपक जलाएं तो दीपक के नीचे थोड़े से अक्षत जरूर लगाए.
* ध्यान रहे कि पूजन के दौरान जो फूल हम भगवान को अर्पित करते हैं वह ताजा होने चाहिए. इसी के साथ पुराने फूलों को वहीं छोड़ने का काम ना करें उन्हें हटा लें.
* जन्माष्टमी पर, श्री कृष्ण की पूजा से पहले हो सके तो शाम को ब्रश करके पूजा करें अन्यथा कुल्ला तो अवश्य ही कर लें क्योंकि झूठे मुख चाहे आपने चाय ही क्यों ना पी हो, आप जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण की पूजा में शामिल नहीं हो सकते.
* ध्यान रहे जन्माष्टमी पर साफ सुथरे वस्त्र पहने और एक बात का ध्यान रखें कि कभी भी जूट के वस्त्र या जूट के आसान का इस्तेमाल भगवान श्री कृष्ण के पूजा के दौरान ना करें.
* भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण को अपनी पूजा में तुलसी दल बेहद प्रिय होता है इसलिए जन्माष्टमी पर कोई भी प्रसाद अर्पित करें तो उसमें तुलसी दल अवश्य मिलाकर अर्पित करें.