ज्योतिष डेस्क : आज 31 दिसंबर को षटतिला एकादशी है। माघ माह की कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को षटतिला एकादशी कहते हैं। षटतिला एकादशी का पूजन विधान पूर्वक करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। षटतिला एकादशी में तिल का दान करने और श्रद्धा पूर्वक व्रत रखने से जन्म-जन्मान्तरों के पाप कट जाते हैं। इतना ही नहीं षटतिला एकादशी पर काले तिल का अचूक करने से जल्द विवाह का योग भी बन जाता है।
– षटतिला एकादशी के दिन स्वच्छ होकर भगवान विष्णु जी की प्रतिमा या चित्र की स्थापना करें। – भगवान विष्णु जी की प्रतिमा पर पीले फूल की माला चढ़ाएं और केसर, हल्दी और चंदन का तिलक करें।
– हरिवंश पुराण का पाठ या विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
– ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का 108 बार जाप करते हुए हवन करें।
– ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य को जल चढ़ाते हुए तीन बार सूर्य मंत्र- ॐ सूर्याय: नम: बोले, ऐसा रोज करें।
– शिवजी और शनि पर काले तिल चढ़ाएं और बहते पानी में नारियल बहाएं।
– आठ मीठी रोटियां भूरे कुत्ते को खिलाएं। साबुत उड़द, लोहा, काला तिल दान करें।
– षटतिला एकादशी पर व्रत कर शाम को काली गाय को तिल की रोटी खिलाएं।
– पढ़ाई में कमजोर इस दिन पीपल के पेड़ पर दूध में तिल डाल कर चढ़ाएं।
– षटतिला एकादशी पर विष्णु और लक्ष्मी जी को तिल की मिटाई का भोग लगाएं।