सुशील मोदी ने कहा, अगर नीतीश लालू को छोड़ने का फैसला करते हैं, तो हम उनका समर्थन करेंगे। बीजेपी करीब 17 साल तक नीतीश के पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के साथ गठबंधन में थी, 2014 लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने गठबंधन को तोड़ दिया।”
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मोदी ने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार ने एजेंसियों को राजद प्रमुख लालू प्रसाद और अन्य प्रमुख मंत्रियों की फोन लाइनों को टैप करने का आदेश भी दिया है।
लालू प्रसाद के खिलाफ बीजेपी कई दिनों से आक्रामक रुख अपना रही है। सुशील मोदी लालू के परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति को लेकर कई खुलासे और आरोप लगाए हैं। अभी हाल ही में एक टीवी न्यूज चैनल ने जेल में बंद शहाबुद्दीन से लालू की बातचीत का फोन जारी किया था। जिसमें शहाबुद्दीन लालू से सीवान एसपी को हटाने की बात कर रहे हैं।
हाईकोर्ट ने कहा था कि एक ही अपराध के लिए किसी व्यक्ति को दो बार सजा नहीं दी जा सकती है। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका लगाई थी। कोर्ट ने सीबीआई की दलील मान ली और हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया।
चारा घोटाले का खुलासा साल 1996 में सामने आया था। मामला बिहार पशुपालन विभाग में से करोड़ों रुपये के घोटाले से जुड़़ा है। उस वक्त लालू यादव राज्य के सीएम थे। मामले में 90 के दशक की शुरूआत में बिहार के चाइबासा सरकारी खजाने से फर्जी बिल लगाकर 37.7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। चारा घोटाले में कुल 950 करोड़ रुपये के गबन किए जाने का आरोप है । ‘चारा घोटाला’ मामले में कुल 56 आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिनमें राजनेता, अफसर और चारा सप्लायर तक जुड़े हुए हैं। आपको बता दें कि इस घोटाले से जुड़े 7 आरोपियों की मौत हो चुकी है जबकि 2 सरकारी गवाह बन चुके हैं तथा 1 ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और एक आरोपी को कोर्ट से बरी किया जा चुका है ।
घोटाले के आरोपियों में बिहार के दो पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्र और लालूप्रसाद यादव सहित विद्यासागर निषाद, आर के राना, घ्रुव भगत, आईएए अफसर महेश प्रसाद और बेक जूलियस आदि नाम शामिल हैं। इसके अलावा कोर्ट ने मामले में लालू यादव को दोषी घोषित किया है। इसके लिए उनकी लोकसभा की सदस्यता छीन ली गयी और उन पर 11 साल तक कोई चुनाव लड़ने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।