संघ ने किया शाह के बेटे का बचाव, कहा- मामला बनता है तो जांच होनी चाहिए
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लग रहे आरोपों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पहली बार बयान आया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी में गड़बड़ी के आरोपों का आरएसएस ने बचाव किया है। आरएसएस ने अपने बयान में कहा है कि पहले आरोप लगाने वाले ये साबित करें कि आरोप गंभीर हैं, प्रथम दृष्टया आरोप साबित होते हैं तभी जांच होनी चाहिए। आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, “भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच आवश्यक होती है, जांच के हिसाब से जो भी कार्रवाई होनी चाहिए वो हो। आरोप प्रथम दृष्टया सिद्ध होने के बाद ही कार्रवाई कर सकते हैं। आरोप लगाने वाले सिद्ध करें कि प्रथम दृष्टया आरोप सिद्ध होते हैं या नहीं।” होसबोले का ये बयान भोपाल में संघ की बैठक से इतर सामने आया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी को लगातार घेर रही है।
बैठक में केरल में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों का मुद्दा भी उठा। दत्रातेय ने कहा कि जो विचारधाराएं हार गई हैं वो हमले करने का रास्ता अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि देश नाजुक हालत से गुजर रहा है और लोकतंत्र में बहस होना काफी जरूरी है। वेबसाइट द वायर में छपी खबर के मुताबिक 2004 में अमित शाह के बेटे जय शाह ने टेंपल इंटरप्राइज नाम की कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में अमित शाह की पत्नी सोनल शाह निदेशक बनीं। 2013 तक कंपनी की खास कमाई नहीं थी लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ रुपए हो गया। वेबसाइट का दावा है कि एक साल में जय शाह की कंपनी का टर्नओवर 16,000 गुना बढ़ा। अमित शाह के बेटे जय शाह ने संपत्ति की स्टोरी करने वाली ‘द वायर’ वेबसाइट के संपादक समेत सात लोगों के खिलाफ अहमदाबाद कोर्ट में आपराधिक मानहानि का केस किया है।