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संजय दत्त की रिहाई : क्या दर्शक अब ‘मुन्नाभाई’ को लेकर जज़्बाती नहीं?

sanjay-dutt_650x400_61456369819दस्तक टाइम्स एजेंसी/मुंबई: संजय दत्त जेल से सज़ा काट कर घर लौट रहे हैं। उनके रिहा होने की की ख़ुशी उनके परिवार, उनके ख़ास दोस्त और बॉलीवुड में होना लाज़मी है लेकिन क्या अब दर्शकों को भी संजू बाबा की रिहाई के बाद जल्द से जल्द उनकी फिल्म देखने का इंतज़ार रहेगा।  शायद अब संजय के लिए दर्शक अब उतने जज़्बाती नहीं रहे हैं क्योंकि संजय दत्त जब जेल जाने वाले थे तब उनकी फिल्म ‘पुलिसगिरी’ से सबको काफ़ी उम्मीद थी। संजू बाबा ने जेल जाने से पहले ‘पुलिसगिरी’ को जल्द से जल्द मुकम्मल किया था। वह ऐसा समय था जब संजय दत्त के साथ पूरा बॉलीवुड सहानुभूति दिखा रहा था लेकिन ऐसे में दर्शकों ने उनकी फ़िल्म के साथ कोई सहानुभूती नहीं दिखाई और ‘पुलिसगिरी’ बुरी तरह फ्लॉप हुई।

उंगली ने भी साथ नहीं दिया
उसी समय संजय की एक और फ़िल्म बन रही थी जिसका नाम था ‘उंगली’। इस फ़िल्म का काम भी संजय दत्त ने जेल जाने से पहले जल्दी जल्दी पूरा किया था। ऐसा अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि दर्शक जज़्बात में आकर संजय दत्त की फ़िल्म ‘उंगली’ देखने जायेंगे लेकिन दर्शकों ने संजय दत्त के साथ भले ही हमदर्दी रखी हो लेकिन जज़्बात में आकर फिल्म नहीं देखी। जेल जाने के बाद संजय दत्त की ‘पीके’ हिट हुई लेकिन इसमें दत्त एक चरित्र कलाकार की भूमिका में थे।

फ़िल्म विशेषज्ञ विकास मोहन का मानना है कि संजय दत्त के प्रशंसकों की कमी नहीं है और आज भी दत्त के अंदाज़ के कई फैन आपको मिल जाएंगे लेकिन अब दर्शकों की किसी फिल्म के वैसी चिंता नहीं रही। विकास मोहन कहते हैं कि ‘आज का दर्शक उतना जज़्बाती नहीं है। संजय दत्त जब जेल गए तो उनकी जगह लेने के लिए यहां बहुत लोग तैयार बैठे थे और अब दर्शकों के पास वैसे भी बहुत सारे विकल्प हैं। दूसरी ओर संजय दत्त ने कुछ ऐसी फिल्में भी पिछले दिनों नहीं दी जिसकी वजह से दर्शक उनकी फिल्मों के लिए दीवानगी दिखाए।’

 

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