अन्तर्राष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार रुकवाने के लिए चीन ने दी रिश्वत!

दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली:  united_102315025039संयुक्त राष्ट्र महासभा के पूर्व अध्यक्ष जॉन ऐश की घूस लेने के आरोप में गिरफ्तारी से कई गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं. इस मामले से भारत की इस आशंका को बल मिला है कि सुरक्षा परिषद के विस्तार में देर करवाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के बड़े अध‍िकारियों को रिश्वत दी गई.

इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के अटॉर्नी प्रीति भरारा ने जॉन ऐश पर 13 लाख डॉलर घूस लेने का आरोप लगाया था. एंटीगुआ और बारबूडा के पूर्व राजदूत जॉन ऐश पर आरोप लगा कि उन्होंने चीन के व्यापारियों और अध‍िकारियों से मकाऊ में करोड़ों डॉलर के कॉन्फ्रेंस सेंटर को लेकर समर्थन हासिल करने के लिए घूस दी.   

सामने आया रिश्वत का खेल
बरार की श‍िकायत में यह भी कहा गया है कि चीन के कई अन्य नागरिकों ने एंटीगुआ में अपना बिजनेस चमकाने के लिए जॉन ऐश को करोड़ों डॉलर की रिश्वत दी. रिश्वत कांड के कुछ ही ब्योरे सबके सामने आ सके हैं, पर इस मामले से जाहिर हो गया कि चीन ने संयुक्त राष्ट्र की प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए किस तरह के हथकंडे अपनाए.

गौरतलब है कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता का प्रबल दावेदार है और इसे हासिल करने के लिए दुनियाभर के देशों से समर्थन चाह रहा है. दूसरी ओर चीन भारत के इस अभ‍ियान पर पानी फेरने की फिराक में है.

 

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