संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में निर्विरोध जीता भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया वैश्विक समुदाय का आभार
नई दिल्ली : भारत को बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना गया. भारत को 192 में से 184 देशों का वोट मिले. भारत दो साल के लिए अस्थाई सदस्य रहेगा. यह 8वां मौका है जब भारत यूएनएससी का अस्थाई सदस्य बना है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के चुने जाने पर खुशी जताई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा. भारत 2011-2012 में भी अस्थाई सदस्य था. प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता के लिए वैश्विक समुदाय द्वारा दिखाए गए भारी समर्थन के लिए दिल से आभारी हूं. भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा, लचीलापन और एकता को बढ़ावा देने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ काम करेगा.”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के अस्थायी सदस्य बनने के मायने ये हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व पर मुहर लग गई है. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का 8वीं बार अस्थायी सदस्य चुना गया इसका मतलब है कि सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता पर भी भारत का दावा मजबूत हुआ है.
192 वोटों में से भारत के पक्ष में 184 वोट पड़े यानी भारत कोरोना के बाद की दुनिया की अगुवाई करेगा. 2021-22 तक के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना है इसके मायने ये हैं कि दुनिया में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य बनने पर चीन और पाकिस्तान परेशान हैं.
चीन भले ही भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के रास्ते में रोड़े अटका रहा है लेकिन वो भारत को 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने से रोक नहीं सका. अस्थायी सदस्य चुने जाने के लिए मात्र 128 वोट चाहिए थे, लेकिन भारत को जबरदस्त जीत मिली 194 में से 184 वोटों के साथ भारत फिर एक बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बन गया.