उत्तर प्रदेश

संविदा कर्मियों के साथ हो रहा घोर अत्याचार

डिबाई: नरौरा परमाणु बिजलीघर के ठेकेदारों द्वारा संविदा कर्मियों के साथ घोर अत्याचार किया जा रहा है संविदा पर कार्यरत 85 डृाइवरों ने हड़ताल कर दी है जिसे विधायक डिबाई डा0 अनीता राजपूत ने अपना समर्थन दे दिया है। मामला वेतन को लेकर है डृाइवर धर्मवीरसिंह, ऋषिपालसिंह, योगेश ने बताया कि एनपीसीआईएल से डृाइवरों का वेतन 28700 रूप्ये खाते में डाला जाता है लेकिन ठेकेदार टृांसपोर्टर्स जो कि राधाकृष्ण टृैवल्स, सैकूलर टृैवल्स, एमएस टृेवल्स, अशोका टृैवल्स , ब्रजबिहार टृैवल्स ,सतीश शर्मा बस सर्विस, ग्लैक्सी टृेवल्स के नाम से है डृाइवरों को केवल 7 हजार रूपया देते हैं बाकी पैसा गेट पास न बनाने व नौकरी से निकालने की धमकी देकर हमारे खाते से निकलवा लेते हैं । यह सिलसिला 1999 से चल रहा है।
अब जब 12 घन्टे डयूटी करने के बाद इस पैसे में गुजारा नहीं हो पा रहा तो हम लोगों ने पूरा पैसा लेने के लिये मांग की न मानने पर हड़ताल कर दी है। कोटा के एक रिटायर्ड डृाइवर ने बताया कि वहां भी पहले यही हाल था लेकिन अब पूरा पैसा डृाइवर्स व मजदूरों को दिया जा रहा है । विधायक के संज्ञान में जब यह मामला लाया गया तो वह नरौरा पहुंची और एस डी से बात की उन्हौंने मामला टृांसपोटर्स का है कहकर बात समाप्त कर दी । समाचार लिखे जाने तक कोई भी टृांसपोटर्स व बिजलीघर प्रशासन का कोई भी अधिकारी बात करने नहीं आया। विधायक ने कहा कि मामला गम्भीर है संविदा पर लगभग 1 हजार मजदूर लगे हैं और शिकायत यही मिल रही है कि सभी को पूरे पैसे नहीं दिये जा रहे यह शोषण है । मैं इसके खिलाफ हूॅं और पूरा साथ इन काम करने वालों का दूंगी।
यह हो ही नहीं सकता कि प्लान्ट के अधिकारी इस मामले में संलिप्त न हों। बिना उनकी सहमति के यह कार्य हो नहीं सकता। यदि ऐसा हो रहा है तो अनुमान के अनुसार एक वर्ष में लगभग 24 करोड़ रूप्या जो मजदूरों को मिलना चाहिये वह दलालों की जेबों में जा रहा है। जिससे इस क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हुआ है यदि यह पैसा मजदूरों को मिलता तो उनका व परिवार का विकास होता तब क्षेत्र का भी विकास होता। मैं यह मामला यदि ठेकेदार लाइन पर नहीं आते तो प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में लाउंगी । मौके पर डिबाई कोतवाल नरौरा पुलिस भी पहुंच गये। एसडीएम और सीओ पहुंचने वाले थे ।

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