अन्तर्राष्ट्रीय

संविधान मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया रोकने पर ही करेंगे मधेसी नेता बातचीत

nepal mapकाठमांडो। प्रधानमंत्री सुशील कोइराला की वार्ता फिर से शुरू करने की अपील ठुकराते हुए आंदोलनकारी मधेसी पार्र्टिंयों के नेताओं ने आज कहा कि वे बातचीत की मेज पर तब तक नहीं आयेंगे जब तक सरकार संविधान मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया नहीं रोक देती । कोइराला असंतुष्ट दलों से मौजूदा संकट के हल के लिये बातचीत करने का कई बार आग्रह कर चुके हैं । तरार्ई मधेसी डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर ने कहा कि उनकी पार्टी बातचीत में तभी शामिल होगी जब सरकार वर्तमान संविधान निर्माण प्रक्रिया को रोक दे और संविधान के संशोधित विधेयक को मंजूर करने के लिये तैयार हो ।
बातचीत के लिये माहौल तभी बनेगा जब सरकार मधेसी पार्टियों के साथ विगत में किये गये समक्षौतों का सम्मान करने के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाये, तराई जिलों से नेपाल सेना को हटाये, हाल के प्रदर्शनों में मारे गये लोगों को शहीद का दर्जा दिया जाये और घायलों के मुफ्त इलाज का प्रबंध हो ।
फेडरल सोशलिस्ट फोरम नेपाल के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने भी कहा कि जब तक संविधान के मसौदा बनाने की प्रक्रिया नहीं रोक दी जाती और बातचीत के लिये उपयुक्त माहौल नहीं होता तब तक उनकी पार्टी भी बातचीत में शरीक नहीं होगी ।
उन्होंने सरकार से तराई में आंदोलनकारियों के दमन को बंद करने को कहा । संघवाद के मुददे को लेकर पिछले एक हफ्ते में दक्षिणी एवं पश्चिमी नेपाल में हुए हिंसक प्रदर्शनों में सात सुरक्षा कर्मियों सहित कम से कम 19 व्यक्ति मारे जा चुके हैं ।

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