सऊदी के खेल संघ अध्यक्ष में पहली बार महिला को मिला पद
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सऊदी अरब में एक प्रिंसेज को बहु-खेल संघ की अध्यक्ष के लिए नामित किया गया है। इस कट्टरपंथी मुस्लिम देश में पहली बार किसी महिला को यह जिम्मेदारी दी गई है। अब तक यहां के खेलों पर पुरुषों का ही आधिपत्य रहा है।
नाम गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, ‘प्रिंसेज रीमा बिन बंदार बिन सुल्तान उस संघ की अगुआई करने वाली पहली महिला बन गई हैं, जो पुरुषों व स्त्रियों के लिए खेल गतिविधियों पर नियंत्रण करता है।’ प्रिंसेज रीमा बिन बंदार बिन सुल्तान ने पिछले साल अगस्त में एक और उपलब्धि अपने नाम की थी। तब उन्हें कैबिनेट में उस वरिष्ठ पद के लिए नामित किया गया, जो सऊदी अरब के खेल मंत्रालय के बराबर है।
वाशिंगटन में सऊदी अरब के पूर्व राजदूत प्रिंस बंदार बिन सुल्तान की बेटी प्रिंसेज रीमा ने अमेरिका के एक विश्वविद्यालय से संग्रहालय विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है। सऊदी अरब में महिलाओं को सार्वजनिक क्षेत्र में खेल का अभ्यास करने की अनुमति नहीं है। यहां तक कि इस मुस्लिम राष्ट्र में महिलाओं के लिए निजी खेल केंद्र खोले जाने की भी धार्मिक कट्टरपंथियों ने आलोचना की है।
कुछ दिन पहले सऊदी राजशाही की ओर से कहा गया था कि वह अगले साल जून से महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटा लेगा। इसे वहां सुधार विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। बावजूद इसके यहां अब भी महिलाओं पर सख्त प्रतिबंध हैं और उनके प्रति काफी भेदभाव रखा जाता है।
देश की सरंक्षण प्रणाली के तहत किसी महिला को पढ़ाई, यात्रा या अन्य गतिविधियों के लिए अपने परिवार के किसी पुरुष सदस्य (सामान्यतया पिता, पति या भाई) से इजाजत लेनी होती है।