सचिवालय रेड मामले में केजरीवाल का CBI पर आरोप, कहा- अफसरों को बुलाकर दीं भद्दी-भद्दी गालियां
एजेंसी/एक तरफ मंगलवार को दिल्ली की एक कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पीएम के लिए ‘साइकोपैथ’ शब्द का इस्तेमाल करने के मामल में राहत दी तो वहीं शाम को एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने मोदी पर फिर से हमला बोला.
सत्तादल के कब्जे में CBI
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में सीबीआई की आजादी पर हुए एक कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण देते हुए केजरीवाल ने कहा कि जो भी पार्टी सत्ता में होती है वो सीबीआई का दुरुपयोग करती है. 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे दफ्तर पर रेड कराई, क्योंकि उन्हें लगता है कि पूरे देश का सबसे भ्रष्ट आदमी अरविंद केजरीवाल ही है. केजरीवाल ने कहा कि वो इनकम टैक्स में रह चुके हैं और रेड मारने वाले दस्ते में भी काम किया है. इस रेड में सीबीआई की रेड का खर्च भी नहीं निकला होगा क्योंकि टीम को छापे में कुछ नहीं मिला.
अफसरों को भद्दी गालियां दीं
केजरीवाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने ये भी कहा कि छापे के बाद 15 दिनों तक जो हुआ वो और भी भयानक था. 15 दिनों तक सीबीआई हमारे अलग-अलग अफसरों को बुलाती रही. उनके इंट्रोगेशन के दौरान उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं और ये पूछा कि मेरे दफ्तर में काम कैसे होता है और कौन करता है.
‘देश में शीर्ष नेता ईमानदार नहीं’
सीबीआई में मौजूद भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हुए अरविंद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि एजेंसी कभी स्वतंत्र होकर काम कर सकती है, क्योंकि देश में शीर्ष पर कोई ईमानदार व्यक्ति नहीं है. जब तक कोई पूरी तरह ईमानदारी व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री नहीं बनेगा तब तक सीबीआई आजाद नहीं होगी.
CBI के पूर्व डायरेक्टर ने किया एजेंसी का बचाव
वहीं सीबीआई के भूतपूर्व स्पेशल डायरेक्टर एमएल शर्मा ने सीबीआई का बचाव करते हुए उसे विश्व की सबसे सक्षम जांच एजेंसियों में एक बताया और कहा कि राजीव गांधी हत्याकांड का खुलासा एफबीआई भी नहीं कर सकी लेकिन सीबीआई ने खुलासा कर दिखाया. बेअंत सिंह हत्याकांड जैसे बड़े मामले में भी एजेंसी ने सफलता हासिल की थी. एजेंसी की क्षमता पर उठ रहे सवालों पर शर्मा ने कहा कि देश की शीर्ष जांच एजेंसी में काम करने के लिए महज 1400 अफसर हैं, जिन्हें छुट्टियां भी नहीं मिलतीं. एजेंसी में कम से कम 5000 अफसरों की तत्काल भर्ती होनी चाहिए.
जेठमलानी का भी बीजेपी पर हमला
सीबीआई की स्वायत्तता और सरकारी हस्तक्षेप पर सवाल उठाते हुए सीनियर अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी ने कहा कि जानबूझकर धूर्त और भ्रष्ट अधिकारी सीबीआई में भर्ती किए जाते हैं. कोई पार्टी नहीं चाहती कि सीबीआई स्वतंत्र और सक्षम बने. बीजेपी पर निशाना साधते हुए 93 वर्षीय जेठमलानी ने कहा कि उन्होंने बीजेपी में रहते हुए पार्टी के विकास में साथ दिया, लेकिन पार्टी के धूर्त और भ्रष्ट नेताओं ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. अब वे आरजेडी से राज्यसभा सांसद बनकर खुश हैं.