सत्ता पक्ष ने कश्मीर पर सरकार के कदमों काे बताया ऐतिहासिक, विपक्ष ने कहा— काला दिन
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के संबंध में राज्यसभा में सत्ता पक्ष ने सरकार के उठाये गये कदमों की सराहना करते हुए आज कहा कि ये एेतिहासिक हैं जिनसे क्षेत्र को समाजिक- आर्थिक मजबूती मिलेगी जबकि विपक्ष ने इन्हें लोकतंत्र की हत्या करार दिया और आज के दिन को ‘काला दिन’ बताया। सदन में जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019, अनुच्छेद 370 को हटाने के संकल्प और जम्मू कश्मीर आरक्षण (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2019 की संयुक्त चर्चा में भाग लेते हुए शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भूंदर ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए देश सबसे पहले है। वह इस विधेयक का समर्थन करते हैं।
कश्मीर की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले लोगों में पंजाब के लोग सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को तोड़ना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसलिए उनकी पार्टी इस विधेयक का समर्थन करती है। भारतीय जनता पार्टी के सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने वाले लोगों के निहित स्वार्थ हैं। इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं। सरकार के कदमों से मध्यस्थता की जरुरत खत्म हो गयी है। उन्होंने कहा कि वास्तव में समस्या पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर है। सरकार को इस दिशा में भी कदम बढ़ाना चाहिए। बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा ने कहा कि यह विधेयक बेहतरी की दिशा में एक कदम है। अनुच्छेद 370 कश्मीर को भारत से विभाजित करता है। इस विधयेक से यह दूरी खत्म हो गयी है। उन्हाेंने कहा कि चीन की सीमा से सटे लद्दाख की आर्थिक मजबूती बहुत जरुरी है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे किया जाना चाहिए।