राष्ट्रीयलखनऊ

आतंक फैलाने वालों पर अंकुश लगाने की निर्वाचन आयोग से अपील

rajendra-chaudhariलखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाजपा सांप्रदायिकता की सीढ़ी से ही सत्ता तक पहुॅचने के लिए व्याकुल है तो बसपा सत्ता खोने की बौखलाहट में मानसिक रूप से विकलांग हो चली है। समाजवादी पार्टी ने विकास विरोधी ताकतों के खिलाफ अपनी जंग तेज कर दी है और सामाजिक सद्भाव तथा सौहार्द बिगाड़नेवालों पर कड़ी कार्यवाही करने का भी मन बना लिया है। समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में अराजकता और आतंक फैलाने वालों पर अंकुश लगाने के लिए निर्वाचन आयोग से भी अपील की है। निर्वाचन आयोग को समाजवादी पार्टी द्वारा लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 13 सितम्बर,2014 को 11 विधानसभाओं और एक लोकसभा क्षेत्र में जिन सांसद महोदय को तथा एक केन्द्रीय मंत्री को प्रभारी बनाया है उससे चुनाव प्रचार में विषाक्त वातावरण बनने के आसार है। ये दोनो ही नेता उपचुनाव में “लवजेहाद“ को एक मुद्दा बनाने का ऐलान कर रहे हैं। गोरखपुर के सॉसद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक समुदाय की लड़कियों को अगवाकर उनका धर्मांतरण करने की धमकी है। समाजवादी पार्टी निर्वाचन आयोग के संज्ञान में केन्द्रीय लघु एवं उद्योग मंत्री का यह बयान भी लाई है जिसमें उन्होने गोरखपुर के भाजपा सांसद के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि उपचुनाव में “लवजिहाद“ पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और गम्भीर विषय है। इस तरह के बयान अपराधिक श्रेणी में आते हैं जिनसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता हैं जानबूझकर सद्भाव का माहौल खराब करनेवालो के खिलाफ निर्वाचन आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। बसपा अपनी कुनीतियों के चलते सत्ता से बेदखल हुई और विधान सभा चुनावो में उसका प्रदेश में सूपड़ा ही साफ हो गया। उपचुनावो में जनता के सामने जाने की उसमें हिम्मत ही नहीं बची। इससे बसपा नेतृत्व ने कोई सबक नहीं लिया और उसकी ओर से लगातार समाजवादी पार्टी विरोधी दुष्प्रचार किया जा रहा है। प्रदेश का दलित समाज भी अब बसपा के साथ नहीं है। उनका झुकाव समाजवादी पार्टी के साथ है। दलित समाज जानता है कि समाजवादी पार्टी ही वैचारिक तौर पर उनके नजदीक है। बसपा अध्यक्ष को अब सत्ता में हटने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा की बड़ी चिन्ता हो रही है जबकि उनके पांच साल के राज में इतनी बदहाली रही कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई। बसपा राज में विकास के नाम पर सीमेंट के जंगल पार्क की आड़ में बनवाए गए। बसपा अध्यक्षा को न तो कागज मिल रहे है और नहीं कोई फाइल उन तक पहुॅच रही है। इसलिए उन्हें कागज याद आ रहे है। इस याद के पीछे यह वास्तविकता भी है कि बसपा के राज में कैसे फर्जी काम सिर्फ कागजों पर पूरे हुए और उनमें भी भरपूर कमीशन वसूला गया। इन उपचुनावो में भी समाजवादी पार्टी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएगी और उनका विश्वास हासिल करेगी। प्रदेश में सांप्रदायिकता और समाज में विभेद पैदा करने वाली राजनीति को कतई पनपने नहीं दिया जाएगा।

 

 

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