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समुद्र मार्ग के जरिए आतंक फैलाने के लिए हो रही ट्रेनिंग : सुनील लांबा

भारतीय नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए पुलवामा अटैक के लिए पाक को खूब सुनाया। उन्होंने कहा कि यह हमला एक देश द्वारा समर्थित आतंकवादियों ने किया। नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि समुद्र मार्ग समेत दूसरे तरीकों से आतंक फैलाने के लिए प्रशिक्षण की खबरें भी हैं।

  • नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘पुलवामा हमला एक देश द्वारा समर्थित आतंकियों ने अंजाम दिया’
  • समुद्र मार्ग के जरिए आतंक फैलाने के लिए ट्रेनिंग देने की बात भी नौसेना प्रमुख ने कही
  • नेवी चीफ ने कहा, ‘आतंकवाद आज वैश्विक चुनौती है और भारत इससे पीड़ित देश’

नई दिल्ली : नौसेना प्रमुख ऐडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि पुलवामा हमले पर बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत को अस्थिर करने की चाहत रखने वाले एक देश से सहायता प्राप्त चरमपंथियों ने यह हमला अंजाम दिया था। नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि समुद्री मार्ग समेत दूसरे तरीकों से भारत में आतंकी हमले अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण देने की भी खबरें हमारे पास है। नौसेना प्रमुख ने समुद्र मार्ग से आतंक को अंजाम देने की आशंका जताते हुए कहा, ‘हमारे पास ऐसी भी खबरें हैं कि आतंकवादियों को समुद्री मार्ग सहित विभिन्न तरीकों से हमलों को अंजाम देने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।’ जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे।

बता दें कि 26/11 का आतंकी हमला अंजाम देने के लिए भी आतंकी समुद्र मार्ग के जरिए ही भारत में घुसे थे। नौसेना प्रमुख ने कहा, आतंकवाद वैश्विक चुनौती हिन्द-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद में रक्षा क्षेत्र से जुड़े वैश्विक विशेषज्ञों और राजनयिकों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कि हाल के वर्षों में क्षेत्र ने कई तरह का आतंकवाद देखा है। विश्व के इस हिस्से में कुछ ही देश इसकी जद में आने से बच पाए हैं। उन्होंने आतंकवाद को वैश्विक चुनौती करार देते हुए कहा कि आतंकवाद ने हाल में जो वैश्विक रुख अपनाया है, उससे यह खतरा और बढ़ गया है। पाक का नाम लिए बिना साधा निशाना नौसेना प्रमुख ने भारत के आतंक से पीड़ित होने की बात करते हुए कहा कि भारत को गंभीर आतंकवाद का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘हाल में लगभग तीन सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमला हुआ। इस हिंसा को भारत को अस्थिर करने की चाहत रखने वाले एक देश से सहायता प्राप्त आतंकियों ने अंजाम दिया।’

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