सरकारी दूरसंचार कंपनियों के 92,700 कर्मचारी कर रहे कंपनी छोड़ने की तैयारी…
सरकारी दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल (BSNL) और एमटीएनएल (MTNL) के करीब 92,700 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया है। इन सभी आवेदनों के स्वीकार होने से वेतन के मद में खर्च 8,800 करोड़ रुपये सालाना तक कम हो सकता है। इन कंपनियों के लिए सरकार ने अक्टूबर में 68,751 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज का एलान किया था। इसी पैकेज के तहत दोनों कंपनियों ने चार नवंबर से वीआरएस के आवेदन लेने शुरू किए थे।
वीआरएस के लिए आवेदन की आखिरी तारीख तीन दिसंबर थी, जो अब बीत चुकी है। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं एमडी पीके पुरवार ने बताया, ‘करीब 78,300 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा करीब 6000 कर्मचारी रिटायर हुए हैं। हम कुल 82,000 कर्मचारी कम होने की उम्मीद कर रहे थे।’
वहीं, एमटीएनएल के चेयरमैन एवं एमडी सुनील कुमार ने बताया कि कंपनी के 14,378 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। इसके बाद 4430 कर्मचारी बचेंगे। इस तरह बीएसएनएल और एमटीएनएल के कुल 92,700 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है।
एमटीएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने बताया कि कर्मचारियों के वीआरएस लेने से कंपनी का सालाना वेतन बिल 2,272 करोड़ रुपये से घटकर 500 करोड़ रुपये रह जाएगा। कुमार ने कहा कि अब उनके पास 4,430 कर्मचारी बचेंगे जो कि परिचालन के लिए पर्याप्त हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने BSNL व MTNL के मर्जर की घोषणा की है। अक्टूबर में कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी है। इस घोषणा के समय ही वीआरएस स्कीम की भी घोषणा की गई थी।