सरकारी मशीनरी के सिस्टम से आजिज फौजी ने किया आत्मदाह का प्रयास
बीस दिन पहले लापता हुआ था फौजी का मासूम बेटा 0 तालाब में तैरता मिला था फौजी के मासूम बेटे का शव
शव मिलने के बाद से ही परिजनों में मचा है कोहराम 0 आरोप तंत्र मंत्र की क्रिया करने के बाद मासूम को मारा
मेरठ : अपने बेटे के हत्यारों को पकडवाने के लिए एक बीएसएफ में तैनात फौजी को कितना परेशान होना पड रहा है यह तो वहीं जानता है। लेकिन जब उसकी लाख मेहनत के बाद भी सरकारी मशीनरी हरकत में नहीं आई तो उसने इस मशीनरी से आजिज आकर आत्महत्या करना ही बेहतर समझा।
करीब बीस दिन पूर्व लापता हुए अपने बेटे के शव मिलने के बाद से ही फौजी पिता ने बेटे के हत्या की आशंका जाहिर की थी। इसकी जांच की मांग को लेकर वह एसएसपी से लेकर कमिश्नर तक से मिला और चेतावनी दी थी कि अगर उसके बेटे के हत्यारे दस दिन के भीतर नहीं पकडे गए तो वह परिवार सहित आत्मदाह करेगा। आज फौजी अंकित सोम सरधना तहसील पहुंचा और वहां पर हत्यारों की गिरफतारी की मांग करने लगा। उसने कहा कि आज दस दिन पूरे हो गए और वह आत्मदाह करेगा। उसके साथ अन्य ग्रामीण भी थे।
कुछ देर धरने पर बैठने के बाद अंकित ने अपने उपर पेटोल की कैन पलट ली और माचिस से आग लगाने लगा। तभी उसे ग्रामीणों ने रोक लिया। उसकी मांग थी अधिकारी मौके पर पहुंच कर उसे बताये कि अब तक जांच कहा पहुंची है। मौके पर सरधना सीओ और एसडीएम पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को जल्द ही पूरा मामला खोलने का आश्वासन देते हुए घरना समाप्त करने की बात कही। लेकिन ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने से मना कर दिया। मामले की जानकारी जब स्थानीय विधायक संगीत सोम को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और उन्होंने धरनारत लोगों के बीच बैठकर क्राइम ब्रांच को दस दिन की और मोहलत देने के लिए कहा। विधायक ने कहा कि अगर दस दिन में क्राइम ब्रांच केस नहीं खोल पाया तो वे अंकित को लेकर पीएम से मिलेगे और इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग करेंगे। विधायक के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
यह था मामला
सरधना तहसील के गांव खेड़ा से फौजी अंकित सोम का ढाई वर्षीय पुत्र आभास घर में खेलते समय गायब हो गया था। इस संबंध में अंकित सोम के बड़े भाई शिवकुमार सोम ने सरधना थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बताया था कि वह घटना के समय घर में पूजापाठ कर रहे थे और उस समय आभास पुत्र अंकित फौजी उनके पास था। कुछ देर पूजा करने के बाद जब उन्होंने आभास को देखा तो वह नहीं मिला। अपहरण की आशंका देखते हुए एसपी देहात राजेश कुमार, सीओ संतोष कुमार, एसओ धर्मेन्द्र सिंह राठौर ने आभास को तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। आभास का शव तालाब में तैरता मिला था। एसएसपी मंजिल सैनी ने भी गांव खेड़ा पहुंचकर मामले की बारीकी से जानकारी ली थी।