सरकार का बलात्कार, लूट और अपहरण पर कोई नियंत्रण नहीं : सपा
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सभ्यता-संस्कृति के कथित पुजारियों ने जबसे सत्ता सम्हाली है, महिलाओं एवं बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। विश्वविद्यालयों एवं कालेजों में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा सरकार का बलात्कार, लूट और अपहरण की घटनाओं पर कोई नियंत्रण नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि बीएचयू में छात्राओं द्वारा छेड़छाड़ की घटना का विरोध करने पर बर्बर लाठीचार्ज हुआ। मामले को घटे एक पखवारा हो रहा है, पर छात्राओं को अभी तक न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी शर्मनाक घटना हुए एक महीना भी नहीं हुआ कि बीते 5 अक्टूबर को परिसर में समाज शास्त्र की एक छात्रा के साथ छेड़खानी और मारपीट की घटना हो गई। विश्वविद्यालय के प्रशासन का रवैया छात्राओं की गरिमा के प्रति असम्मान जनक है।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि कोई दिन ऐसा नहीं होता जब प्रदेश के किसी न किसी हिस्से में महिलाओं एवं छात्राओं के साथ बलात्कार, हत्या और छेड़खानी की घटनाएं न घटती हों। अपराधियों में कानून या पुलिस का कोई भय नहीं है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर में भी दुष्कर्म की घटनाएं रूक नहीं पा रही है। 4 अक्टूबर को राजधानी के मलीहाबाद और रायबरेली में नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद उनकी हत्या कर दी गयी। चौधरी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को शिक्षा संस्थानों की स्वायत्ता और नारी की स्वतंत्र सोच या उनके सम्मान से कोई मतलब नहीं है। जब छात्राएं और नौजवान अपनी आवाज उठाते हैं तो उनकी आवाज बलपूर्वक दबा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 1090 वूमेन पावर लाइन की व्यवस्था की थी। यूपी 100 डायल पुलिस की व्यवस्था की गयी थी, जिसकी सराहना विदेशों तक हुई। महिलाओं को सम्मान एवं छात्राओं को तमाम सुविधाएं दी गयीं। कन्या विद्याधन, लक्ष्मीबाई पुरस्कार, लैपटाप वितरण की योजनाएं उनके लाभ के लिए थी। इन योजनाओं को भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया है। यह भाजपा की जनविरोधी मानसिकता है।