एजेन्सी/ नई दिल्ली/ देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दिल्ली में बागी कांग्रेस विधायकों द्वारा उनकी स्टिंग वाली सीडी पेश करने के बाद सफाई दी। रावत ने कहा कि सारे हथकण्डे अपनाने के बाद अब इस तरह की हरकत करना केन्द्र सरकार की साजिश है जिसके मुखिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं।
रावत ने यहां मुख्यमंत्री निवास पर बुलाई गई प्रेसवार्ता में कहा कि यह उन्हें ब्लैकमेल करने की साजिश है जिसके आगे वह झुकने वाले नहीं है लेकिन दिल्ली में बागियों द्वारा सीडी में उनकी उपस्थिति और आवाज के बारे में कोई जवाब देने से पहले ही मुख्यमंत्री पत्रकार वार्ता छोड़ कर चले गए। मुख्यमंत्री निवास में बुलाई गई प्रेस वार्ता में रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे छोटे राज्यों में कुछ नेता और पत्रकार उन्हें दबाव में लेने के लिए ऐसे प्रयास करते रहते हैं। अब इसमें भाजपा और उसके बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा श्री अमित शाह भी शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि बागी विधायकों ने सत्ता एवं धनबल की लोलुपता के कारण लोकतन्त्र की सभी मर्यादाओं को लांघकर नापाक गठबंधन कर शर्मनाक काम किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार निर्वाचित सरकार का सिर कलम करने की साजिश कर रही है। उन्होंने स्टिंग वाली सीडी के संबंध में हालांकि कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया लेकिन कहा कि जिस पत्रकार का नाम इस सीडी के सिलिसले में लिया जा रहा है, देश के मीडिया को उसके अतीत के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए। कैसे रातों रात वह अरबपति बन गया और अब सरकारों को भी ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद सब साफ हो जाएगा कि इन सबके पीछे कौन है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने भी बताया मोदी और शाह का षडयंत्र
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बागी विधायकों द्वारा जारी स्टिंग ऑपरेशन की उस सीडी को फर्जी बताया जिसमें मुख्यमंत्री हरीश रावत को कथित रूप से विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात करते हुये दिखाया गया है। उपाध्याय ने कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह उत्तराखंड में कांग्रेस की लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार के विरुद्ध षडयंत्र कर उसे अस्थिर करने की नापाक कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने बागी विधायकों द्वारा जारी की गई वीडियो सीडी की जांच कराने की मांग करने से इनकार करते हुये कहा कि जब मुख्यमंत्री स्वयं कह चुके हैं कि यह फर्जी सीडी है तो जांच कराने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। उन्होंने दावा किया कि हरीश रावत सरकार 28 मार्च को विधानसभा में बहुमत साबित करने में सफल होगी। उन्होंने कहा ‘यह पूर्ण बहुमत वाली सरकार थी, है और रहेगी।’
उपाध्याय ने कहा कि पीएम मोदी और शाह के इशारे पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के एक अन्य नेता श्याम जाजू ने उनकी पार्टी के विधायकों को भड़काया है। उन्होंने कहा कि होली के दिन उन्होंने बागी विधायकों को फोन किया था जिनमें से छह से उनकी बात हुई। हालांकि, उन्होंने उन विधायकों के नाम बताने से इनकार कर दिया और कहा कि हर परिवार में आपसी मतभेद होते हैं और परिवार के भीतर समस्याओं का समाधान गुण-दोष के आधार पर किया जाता है।
ङ्क्षस्टग ऑपरेशन में रावत को बार-बार विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश करते हुए दिखाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया, लेकिन कहा कि जब मुख्यमंत्री स्वयं इसे फर्जी बता चुके हैं तो कहने लायक कुछ भी नहीं बचा है। कांग्रेस आलाकमान से मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मिलने का समय नहीं लिया गया था और वे दिल्ली सिर्फ मीडिया से बात करने के लिए आए हैं और अभी देहरादून लौट रहे हैं।