लखनऊ

सरकार यूपी में युवाओं को राजनेता बनने की देगी ट्रेनिंग, नेतागिरी में मिलेगी डिग्री और डिप्लोमा

लखनऊ: अब योगी सरकार यूपी में युवाओं को राजनेता बनने की ट्रेनिंग देगी। बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग में इस फैसले को मंजूरी दी गई। गाजियाबाद में देश का पहला पॉलिटिकल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट बनाया जाएगा। इस इंस्टिट्यूट में मौजूदा जनप्रतिनिधियों के साथ ही राजनीति में आने की इच्छा रखने वाले युवाओं को भी राजनीति की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए देश-विदेश से राजनेताओं और विशेषज्ञों को ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया जाएगा। दो साल के भीतर यह इंस्टिट्यूट शुरू हो जाएगा। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इसका निर्माण गाजियाबाद में राजनगर सिहानी में करीब 60 बीघा जमीन (51,213 वर्गमीटर जमीन) पर किया जाएगा। इसे बनाने के लिए अनुपूरक बजट में 50 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। इसके पहले चरण में करीब 198 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें विधायकों, सांसदों के साथ अन्य जनप्रतनिधियों को भी राजनीति के व्यावहारिक ज्ञान, शासनादेश को समझने का तरीका, कानून-संविधान का ज्ञान सिखाया जाएगा। इसमें इंटर्न को भी पढ़ने का मौका मिलेगा। इसे दिल्ली के पास गाजियाबाद में इसी वजह से बनाया जा रहा है ताकि अलग-अलग देशों के राजूदत, राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री बतौर विजिटिंग प्रफेसर यहां आकर अनुभव साझा कर सकें। उन्होंने बताया यहां का कोर्स और न्यूनतम शैक्षित योग्यता तैयार करने के लिए एक कमिटी बना दी गई है। कोर्स की संबद्धता के लिए नैशनल और इंटरनैशनल यूनिवर्सिटीज से बात चल रही है। इंस्टिट्यूट में वहीं की डिग्री मिलेगी। यह इंस्टिट्यूट नगर विकास विभाग के अधीन संचालित होगा।
यह भी लिए गयए फैसले
• लखीमपुर खीरी में अतिरिक्त भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र बनाने को मंजूरी। ग्राम महेवा की 12.049 हेक्टेअर जमीन गन्ना अनुसंधान संस्थान को 90 साल की लीज पर दे दी गई है।
• कुंभ में अटल अखाड़ा, सच्चा बाबा आश्रम, ब्रह्म निवास श्री शंकराचार्य आश्रम और आलोपी बाग मंदिर परिसर में 5 करोड़ रुपये की लागत से मूलभूत सुविधाएं विकसित करवाई जाएंगी। 200 करोड़ रुपये की लागत से पीपा पुलों का भी निर्माण होगा।
• राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर खादी वस्त्रों की फुटकर बिक्री पर 5 फीसदी की विशेष छूट दी जाएगी। अभी तक इस पर 20 फीसदी की छूट पहले से मिल रही थी, अब यह बढ़कर 25 फीसदी हो जाएगी।
• शराब बनाने के लिए सिर्फ 12.5 फीसदी शीरे का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें देशी शराब के लिए 10 फीसदी और विदेशी शराब के लिए 2.5 फीसदी यानी कुल 12.5 फीसदी शीरा उपयोग में लाया जाएगा।

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