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सर्जरी के बाद टेक्‍सास की रहने वाली महिला बोलने लगी ब्रिट‍िश लहजे में

hustonhospitaldifferentlanguage_25_06_2016एजेंसी/ टेक्‍सास। अमेरिका के टेक्‍सास की रहने वाली लीसा अलामिया ने दिसंबर में अपने जबड़े की सर्जरी कराई थी। ह्यूस्‍टन मेथोडिस्ट अस्पताल शुगर लैंड हॉस्पिटल में उनका सफल ऑपरेशन कर दिया गया था। 33 वर्षीय लीसा के हल्‍की सी सूजन थी।

मगर, जब उन्‍होंने बात करनी शुरू की, तो उनका लहजा ही बदल गया। वह बि‍ल्‍कुल ब्रिट‍िश लहजे में बात करने लगीं। उनकी आवाज सुनकर लग ही नहीं रहा था कि वह ह्यूस्‍टन एरिया की रहने वाली हैं।

डॉक्‍टरों ने बताया कि लीसा की आवाज और लहजे में जो बदलाव आया हे, वह मनोवैज्ञानिक कारण से है और जब वह स्‍वस्‍थ हो जाएंगी, तो उनका लहजा भी बदल जाएगा। मगर, महीनों बाद भी अब लीसा बि‍ल्‍कुल ब्रिटिश लहजे में बात करती हैं।

जब उन्‍होंने इसी अस्‍पताल के न्‍यूरोलॉजिस्‍ट टॉबी याल्‍थो को दिखाया, तो पता चला कि वह दुर्लभ स्थिति ‘फॉरेन एसेंट सिंड्रोम’ (FAS) से गुजर रही हैं। उन्‍होंने बताया कि अधिकांश न्‍यूरोलॉजिस्‍ट अपने पूरे जीवन में इस बीमारी से ग्रसित व्‍यक्‍ित को नहीं देख पाते हैं।

इस दुर्लभ बीमारी की खोज 1907 में फ्रेंच न्‍यूरोलॉजिस्‍ट पीयरे मैरी ने की थी। तब से अब तक इस तरह के 100 मामले सामने आ चुके हैं। FAS आमतौर पर स्‍ट्रोक के बाद हो जाता है। वहीं यह ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी, सेरेब्रल हैमरेज और मल्‍टीपल सिरोसिस के कारण होता है। कुछ चुनिंदा मामलों में यह साइकोलॉजिकल कारणों से भी होता है।

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