साक्षी मलिक को पछाड़कर टोक्यो पहुंचने वाली सोनम पर देश की नजर
सोनीपत: साक्षी मलिक को पछाड़कर टोक्यो पहुंचने वाली सोनम मलिक पर कल देश की नजर होगी। सोनम मलिक का 62 किलोग्राम भार वर्ग में पहला मुकाबला मंगोलिया की पहलवान बोलोरतुया खुरेलखुव से होगा। 19 वर्षीय सोनम मलिक हरियाणा के छोटे से कस्बे गोहाना के मदीना गांव में पली बढ़ी हैं। कुश्ती से उनका जबरदस्त लगाव है।
सोनम मलिक की पहलवानी का अंदाजा कि इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने ओलंपिक खिलाड़ी साक्षी मलिक को दो बार हराया है। साक्षी मलिक को हराकर सोनम मलिक का आत्मविश्वास बढ़ा है। सोनम मलिक को पूरा भरोसा है कि वो इस बार देश को गोल्ड मेडल जरूर दिलाएंगी।
बता दें कि उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 12 साल की उम्र में कुश्ती शुरू की थी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने महज 16 साल की उम्र में ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ियों को चित कर भारत केसरी का ख़िताब अपने नाम किया था। 15 अप्रैल 2002 को जन्मी सोनम पहलवान ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक व सुशील कुमार को हीरो मानती हैं। उनके नेशनल कोच कुलदीप मलिक हैं, जबकि निजी कोच अजमेर मलिक हैं।
मलिक राष्ट्रीय पटल पर नेशनल स्कूल गेम्स 2016 में स्वर्ण पदक के साथ उतरीं थी। इसके बाद अगले साल उन्होंने कैडेट नेशनल चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। फिर वर्ल्ड स्कूल गेम्स में स्वर्ण पदक, कैडेट एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य और साल का अंत कैडेट वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण के साथ किया।
2018 में मलिक ने कैडेट एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप और कैडेट रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किए। 2019 में मलिक ने कैडेट वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में एक बार फिर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस महिला पहलवान के लिए बड़ा मौका 2020 में आया जब उन्होंने 2016 रियो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को दो महीने के दौरान दो बार हरा दिया।