नई दिल्ली : 2011 से अब तक दुनिया में सेल्फी लेने के चक्कर में 137 घटनाओं में 259 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें पहला नंबर भारत का है, जहां 159 की मौत हुई है। इसके बाद अमेरिका, रूस और पाकिस्तान आते हैं। यह खुलासा नई दिल्ली स्थित एम्स के शोधकर्ताओं की रिसर्च में हुआ। सेल्फी के लिए रिस्क लेने वालों में महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है, लेकिन मरने वाले 259 लोगों में 72.५ प्रतिशत पुरुष थे और उनकी औसत उम्र 30 साल से कम थी। सेल्फी के दौरान मौत की सबसे बड़ी वजह डूबना या गिरना है। इसके बाद सफर के दौरान सेल्फी लेना ज्यादा खतरनाक माना गया। 2011 में सेल्फी लेने के दौरान सिर्फ तीन लोगों ने जान गंवाई थी। वहीं, 2016 में यह आंकड़ा 98 था। विशेषज्ञों ने टूरिस्ट प्लेस पर ‘नो सेल्फी जोन’ बनाने की सलाह दी है। खासतौर पर पर्वतों की चोटी, पानी के नजदीक और ऊंची इमारतों की छत पर इसका ध्यान रखा जाए। हालांकि, भारत में ऐसे काफी जोन बना लिए गए हैं, जिनमें ज्यादातर मुंबई में हैं।