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साधुओं, श्रद्धालुओं के बाद नेताओं ने लगाई क्षिप्रा में डुबकी

golden-baba-holy-dip-1एंजेंसी/ मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ का आयोजन शुरू हो गया है. सिंहस्थ के पहले शाही स्नान पर क्षिप्रा नदी में साधु-संतों और श्रद्धालुओं के साथ ही नेता भी डुबकी लगाते दिखाई दिए.

मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में सिंहस्थ के पहले शाही स्नान के दौरान डुबकी लगाने के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उज्जैन पहुंचे. लाखों श्रद्धालुओं और दिग्विजय सिंह के साथ ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा और इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ ने भी क्षिप्रा में डुबकी लगाई.

सिंहस्थ के पहले शाही स्नान पर मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में 13 अखाड़ों के साधु-संत डुबकी लगा रहे हैं. लाखों श्रद्धालु भी क्षिप्रा नदी में शाही स्नान कर रहे हैं.

एक महीने तक चलने वाले दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भी सिंहस्थ अमृत स्नान का पुण्य लाभ लेने उज्जैन पहुंचे.

उज्जैन कलेक्टर कवींद्र कियावत के अनुसार सुबह आठ बजे तक 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने क्षिप्रा में स्नान किया. दिन भर में यह आंकड़ा ओर बढ़ने की उम्मीद हैं. इसके चलते सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.

प्रशासन ने रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट को छोड़कर अन्य घाटों पर भक्तों के स्नान की व्यवस्था की है. यह दोनों घाट अखाड़ों के स्नान के लिए रिजर्व रखे गए है. दो बजे बाद यह दोनों घाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.

शाही स्नान का बहिष्कार

रामानंदी निर्मोही अखाड़े ने शाही स्नान का बहिष्कार कर दिया. निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत परमात्मा दास जी का कहना है कि प्रशासन के पक्षपातपूर्ण निर्णय की वजह से निर्मोही अणि अखाड़े की परंपरा टूटी गई है.

जूना अखाड़ा से शुरू हुआ शाही स्नान

सिंहस्थ कुंभ मेले के पहले शाही स्नान के दौरान सबसे पहले जूना अखाड़े ने आस्था की डुबकी लगाई. वहीं, प्रशासन की ओर से करीब आठ किलोमीटर लंबे घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की गई है.

-सुबह पांच बजे से अखाड़ों के क्षिप्रा के तट पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था.

-सबसे पहले श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा (दत्त अखाड़ा) स्नान के लिये दत्तअखाड़ा घाट पहुंचा.

-स्वामी अवधेशानंद, महामंडलेश्वर शिवांगीनद के साथ पंडित जसराज ने भी स्नान किया.

-पायलट बाबा अपने विदेशी भक्तों के साथ शाही स्नान के लिए पहुंचे थे.

हनुमान जयंती के मौके पर पहले शाही स्नान के लिए महाकाल की नगरी में श्रद्धालुओं का मेला लगा है. भारी तादाद में श्रद्धालु देर रात से ही घाटों पर जुटने लगे.

प्रशासन की ओर से भी पूरी चौकसी बरती जा रही है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. सभी घाटों के अलावा महाकाल मंदिर और शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की पैनी नजर है.

शाही स्नान का कार्यक्रम

-पंच दशानम जूना अखाड़ा – 6 से 6.30 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-पंचायती आह्वान अखाड़ा – 6 से 6.30 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-पंचायती अग्नि अखाड़ा – 6 से 6.30 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा – 6.50 से 7.20 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-पंच अटल अखाड़ा – 6.50 से 7.20 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा – 7.50 से 8.20 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-पंचायती आनंद अखाड़ा – 7.50 से 8.20 बजे दत्त अखाड़ा घाट पर शाही स्नान

-बड़ा उदासीन अखाड़ा – 11.30 बजे से 12 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

-नया उदासीन अखाड़ा – 11.30 से 12 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

-निर्मला अखाड़ा – 12.30 से 1 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

-निर्मोही अणि अखाड़ा – 8 से 8.30 या 9.20 से 9.50 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

-निर्वाणी अणि अखा़ड़ा – 8 से 8.30 या 9.20 से 9.50 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

-दिगम्बर अणि अखाड़ा – 8.40 से 9.10 बजे तक रामघाट पर शाही स्नान

इस दौरान प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी कर रखी गई है. सिंहस्थ महापर्व 23 मई तक चलेगा इस दौरान पांच करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. आध्यात्म के इस महापर्व में एक महीने तक क्षिप्रा तट पर डुबकी लगेगी.

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